हल्द्वानी:लोकसभा चुनाव के लिए 11 अप्रैल को मतदान होना है. जिसके लिए निर्वाचन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. वहीं, लोकतंत्र के इस पर्व में मतदान के लिए पहली बार वोट देने वाले युवाओं के साथ ही बुजुर्गों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. 17वीं लोकसभा चुनाव में मताधिकार का प्रयोग लिए सौ बसंत देख चुकी सावित्री देवी में गजब का उत्साह है.
मतदान को लेकर बुजुर्गों में उत्साह. गौर हो कि हल्द्वानी के हल्दूचौड़ के दिना ग्राम सभा में रहने वाली सावित्री देवी (101) उम्र के अंतिम पड़ाव में एक बार फिर मतदान करने के लिए उत्साहित है. भले ही सावित्री देवी को चलने-फिरने और आंखों से कम नजर आता हो लेकिन मतदान की बात आती है तो उनमें युवाओं सा जोश देखने को मिलता है. वहीं, मतदान के लिए परिजन उनका पूरा सहयोग करते हैं. सावित्री देवी आसपास के मतदाताओं के लिए मिसाल बन चुकी है और क्षेत्र के जो भी जनप्रतिनिधि होता है एक बार सावित्री देवी से मिलकर उनका आशीर्वाद जरूर लेता है.
सावित्री देवी आज भी अपने वोट के महत्व को समझती है और लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करती हैं. सावित्री देवी के पुत्र बसंत जोशी का कहना है कि सरकार को बुजुर्ग मतदाताओं को चुनाव के समय सम्मान करने की जरूरत है. क्योंकि बुजुर्ग देश के धरोहर होते है और चुनाव के दौरान उनका सम्मान किया जाए तो इससे बेहतर क्या होगा. साथ ही सरकार को बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान स्थल तक लाने और ले जाने की व्यवस्था भी करनी चाहिए.
वहीं, दीना ग्रामसभा सभा की रहने वाली 92 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता रेवती देवी भी 17वीं लोकसभा में अपना मतदान करने जाएंगी. रेवती देवी आज भी स्वस्थ हैं और एक बार फिर मतदान कर देश की दिशा और दशा बदलने के लिए तैयार है. वहीं, ग्राम प्रधान बाला दत्त खोलिया का कहना है कि उनके द्वारा समय-समय पर उनके क्षेत्र के बुजुर्ग मतदाताओं को मतदाता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाता है. लेकिन सरकार को भी सोचना चाहिए कि मतदान दिवस के समय बुजुर्ग मतदाताओं को सम्मानित भी करना चाहिए.