टिहरी:ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर सड़क किनारे पड़े लकड़ी के गिल्टे हादसों को दावत दे रहे हैं. ऋषिकेश- गंगोत्री राजमार्ग पर रत्नों घाट से लेकर कंडीसौड़ के बीच ऑल वेदर रोड निर्माण के दौरान वन महकमे ने 3 माह पूर्व पेड़ों का कटान किया था. लेकिन विभाग ने लकड़ी के गिल्टों को अभी तक नहीं उठाया. जिससे लकड़ी के छिलके सड़क पर बिखरने से वाहन फिसल रहे हैं.
वन विभाग की लापरवाही से मुश्किल में लोगों की जान, ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार
लकड़ी के छिलके सड़क किनारे बिखरे होने से वाहन चालकों के साथ ही राहगीरों और स्कूली बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां एक ओर सड़क निर्माण के चलते जगह-जगह जाम की स्थिति से जूझना पड़ रहा है.
गौर हो कि लकड़ी के छिलके सड़क किनारे बिखरे होने से वाहन चालकों के साथ ही राहगीरों और स्कूली बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां एक ओर सड़क निर्माण के चलते जगह-जगह जाम की स्थिति से जूझना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर लकड़ी के गिल्टे हादसों को दावत दे रहे हैं. जिससे लोग जान जोखिम में डाल सफर करने को मजबूर हैं. वहीं स्थानीय निवासी राजपाल गोसाई ने बताया कि कई बार बाइक सवार हादसे के शिकार हुए हैं. जिसके बाद निगम के अधिकारियों को लकड़ी के गिल्टे हटाए जाने की मांग की लेकिन किसी ने इनकी सुध नहीं ली.
वहीं उन्होंने कहा कि इस संबंध में लोगों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है. वहीं इस संबंध में वन निगम के अनुभाग अधिकारी ओमप्रकाश का कहना है कि निकासी की स्वीकृति न मिलने के कारण पेड़ों की निकासी होने में दिक्कत आ रही है. उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलने के बाद ही निकासी कार्य शुरू किया जाएगा. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?