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वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत कण्वाश्रम में करेंगे वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर का शिलान्यास - वन्यजीव

कोटद्वार में मिनी चिड़ियाघर और एनिमल रेस्क्यू सेंटर

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Published : Mar 10, 2019, 8:45 AM IST

Updated : Mar 10, 2019, 5:56 PM IST

2019-03-10 08:35:11

कोटद्वार में चिड़ियाघर और वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर बनाने के प्रस्ताव पर केंद्रीय और पर्यावरण मंत्रालय ने लगाई मुहर. अब बनेगा मिनी चिड़ियाघर और एनिमल रेस्क्यू सेंटर.

कोटद्वार: लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के कण्वाश्रम में वन और पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत मिनी चिड़ियाघर और एनिमल रेस्क्यू सेंटर का शिलान्यास करेंगे. गढ़वाल मंडल विकास निगम के कण्वाश्रम स्थित गेस्ट हाउस में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.  वहीं, मिनी चिड़ियाघर बनने से कोटद्वार को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी.


बता दें कि कोटद्वार में चिड़ियाघर और वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर बनाने के प्रस्ताव पर केंद्रीय और पर्यावरण मंत्रालय ने अंतिम मुहर लगा दी है. कई दौर की बैठकों के बाद बीते आठ मार्च को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने लैंसडौन वन प्रभाग के कण्वाश्रम बीट स्थित मृग बिहार को रेस्क्यू और पुनर्वास सेंटर के रूप में विकसित करने की मंजूरी प्रदान की है. इस केंद्र के रखरखाव और संचालन का जिम्मा लैंसडौन वन प्रभाग को दिया गया है. वन और पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत आज इसका शिलान्यास करेंगे. 


लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के ऐतिहासिक कण्वाश्रम में बीते 1954 में अविभाजित उत्तर प्रदेश सरकार के समय मालिनी मृग विहार की स्थापना की गई थी. यह मृग विहार करीब 12 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बना हुआ है. पहले इस मृग विहार की देखरेख का जिम्मा वन विभाग के कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग के पास था, जो 2011 में लैंसडौन वन प्रभाग के सुपुर्द कर दिया गया. इस मृग विहार में चीतल और सांभर मौजूद हैं. कण्वाश्रम आने वाले हर पर्यटक के लिए मृग विहार एक विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है. इसी को लेकर इसे मिनी चिड़ियाघर के रूप में तब्दील करने की मांग चल रही थी. 
 

Last Updated : Mar 10, 2019, 5:56 PM IST

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