मिर्जापुर: गंगा तट पर कलाकारों ने बिखेरे फगुआ के रंग
देश भर में होली का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. होली पर एक तरफ जहां रंग और उमंग है तो वहीं बिना संगीत के होली का मजा भी कुछ अधूरा लगता है, लेकिन समय बदला और इसी के साथ रीति रिवाज ही बदल गया. आधुनिकीकरण और शहरीकरण ने इन त्योहारों पर ग्रहण सा लगा दिया है. अब तो दूर-दूर तक दिनभर बजने वाले ढोलक मजीरा नगाड़े और झांझ की गूंज कानो तक बहुत कम ही सुनाई देती है. पर मिर्जापुर के गंगा नदी के बरिया घाट पर कुछ युवक अपने संस्कृति को सहेजने की कोशिश कर रहे हैं. होली के गीत अपने टोली के साथ गाकर झूम रहे हैं.