बनारस की चुनावी चकल्लस: संगीत घराने के कलाकारों से जानिए काशी का चुनावी मूड - chunavi chaupal
वाराणसी: जब भारतीय संस्कृति की बात होती है तो काशी का नाम सबसे ऊपर रहता है. काशी में अनेकों संस्कृतियां उपजी हैं. इनमें से एक है काशी का बनारस घराना. संगीत की दुनिया में बनारस घराना अपनी अलग पहचान रखता रहा है. कबीरचौरा से रामापुरा तक पुराने बनारस के इर्द-गिर्द फैले क्षेत्र में शताब्दियों से दिन-रात इन घरानों से सुर-संगीत की राग-रागिनियां देश ही नहीं दुनिया को आनंदित कर रही हैं. इसकी शुरुआत सैकड़ों वर्ष पहले काशी में पंडित राम सहाय ने की थी. बनारस घराने ने काशी के संगीत को विश्व पटल पर एक नया आयाम दिया है. 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में बनारस घराने के लोग क्या सोचते हैं, इस बार उनकी नजर में चुनावी माहौल कैसा है इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम आपको बनारस की जनता के चुनावी मूड से रूबरू कराने जा रही है.