गोमती की सफाई के नाम पर 37 साल में खर्च हो गए 5 हजार करोड़ रुपये, फिर भी नतीजा ढाक के तीन पात - up news in hindi
लखनऊ: वर्ष 1984 से लेकर 2021 तक गोमती को निर्मल करने को लेकर सरकारों ने अलग-अलग प्रोजेक्ट में करीब पांच हजार करोड़ रुपये खर्च कर दिए, मगर अब तक गोमती निर्मल नहीं हो सकी. ईटीवी भारत ने गोमती की सेवा में जुटे स्वयं सेवकों से बातचीत की. शुभ संस्कार समिति के संयोजक ऋद्धि किशोर गौड़ ने बताया कि वो लम्बे समय से गोमती के प्रदूषण को लेकर आवाज उठा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.