कासगंज में गौशाला के बाहर पड़े गोवंशों के कंकाल, जिम्मेदार अनजान - cowshed in Kasganj
कासगंजः जिले में गौशालाओं की स्थिति ने दिल को झकझोर कर रख दिया है. ईटीवी भारत की टीम बुधवार को पटियाली ब्लॉक की ग्राम पंचायत नवादा की वृहद गौशाला पहुंची तो देखा कि गौशाला की बाउंड्रीवॉल के बाहर तमाम गोवंश के कंकाल पड़े हुए थे. कई मरे कंकाल रूपी गोवंशों के कानों में टैगिंग भी थी. कई गोवंश आधे मिट्टी में गड़े हुए थे और उनकी टांगें बाहर निकली हुईं थी, जिन्हें जंगली जानवरों ने नोंच खाया था. कुछ गोवंश ऐसे थे, जिन्हें प्रशासन दफना भी नहीं पाया और न ही उनका सही से अंतिम संस्कार भी नहीं कर सका. इतनी बड़ी तादात में कंकालों का गोशाला के पास पड़े होना प्रशासन की घोर लापरवाही और गोवंशों के प्रति संवेदनहीनता को दर्शाता है. योगी सरकार गोवंशों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर लगातार सक्रिय है, लेकिन सरकार के अधिकारी मौज काट रहे हैं. गोशाला से लगभग एक किलो मीटर दूर ग्राम बरईपुर के रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि गोशाला में गायों की बड़ी दुर्दशा है. गायों के मरने पर उन्हें सही से दफनाया भी नहीं जा रहा है. गोशाला से सटे पड़े मैदान में जगह जगह गौवंशों के कंकाल पड़े हैं. पूरे क्षेत्र में दुर्गंध आती है. वहीं, अपर जिलाधिकारी वैभव शर्मा मामले में लीपापोती करते हुए नजर आये. उन्होंने तो घटना को ही सिरे से खारिज कर दिया.