40 कुंतल की धान की बालियों से सजा मां अन्नपूर्णा का दरबार, देखें VIDEO - अन्नपूर्णा दरबार में किसानों ने चढ़ाई पहली फसल
वाराणसी: कहते हैं काशी शिव की नगरी है और इस शिव की नगरी में कोई भूखा नहीं होता, क्योंकि यहां पर भगवान शिव माता अन्नपूर्णा से भिक्षा लेकर हर किसी का पेट भरते हैं. साल में एक बार माता अन्नपूर्णा का यह भव्य स्वरूप उस वक्त दिखाई देता है. जब पूरे मंदिर परिसर को कई कुंतल धान की बालियों से सजाया जाता है. मंदिर के पुजारी रवि शंकर पांडेय ने बताया कि मंगलवार को इसी मौके पर 17 वें दिन माता अन्नपूर्णा के व्रत अनुष्ठान के पूर्ण होने के पूरे मंदिर परिसर को 40 कुंतल से ज्यादा धान की बालियों से सजाया गया. धान की बालियों से सजा माता का दरबार अद्भुत रूप में नजर आया. 13 नवंबर से माता अन्नपूर्णा के 17 दिवसीय व्रत की शुरुआत हुई थी. इसी व्रत के साथ पुरुष और महिलाएं माता अन्नपूर्णा के दर्शन करके माता के चरणों में अर्पित धान को अपने साथ ले जाते हैं. श्रद्धालुओं ने 21, 51, 101और 501 परिक्रमा कर अपने मन्नतों की हाजिरी लगाई.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:34 PM IST