लखनऊ में बख्शी का तालाब थाने का तैनात दारोगा घूस लेते गिरफ्तार
लखनऊ :लखनऊ के बख्शी का तालाब थाने पर तैनात एक दारोगा को रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. दारोगा ने जमीन विवाद में विवेचना के दौरान पीड़ित पक्ष से 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग लखनऊ में की गई थी. एंटी करप्शन टीम की रणनीति के अनुसार मंगलवार को शिकायतकर्ता दारोगा को पैसे देने पहुंचा था. इसी दौरान टीम ने उसे पकड़ लिया.
पुलिस के अनुसार बीकेटी के गांव अस्ती में रहने वाले राकेश का गांव के ही रहने वाले अनुराग से जमीन को लेकर विवाद है. जमीन विवाद को लेकर राकेश ने सात जून को पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की थी. पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद बीकेटी थाने पर तैनात दारोगा प्रदीप पांडे को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. दारोगा प्रदीप कुमार पांडे ने पीड़ित पक्ष से मामले के निस्तारण को लेकर 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन से की. शिकायत के बाद एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को रंगे हाथों घूस लेते हुए पकड़ने के लिए जाल बिछाया और पीड़ित से दारोगा प्रदीप पांडे को 13 हजार की रिश्वत दिलवाई. इसके बाद एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर नूरल हुदा ने दारोगा प्रदीप पांडे को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी दारोगा के खिलाफ जानकीपुरम थाने में मुकदमा भी लिखवाया गया है.
इस घटना को लेकर जानकीपुरम थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि सात जून को अस्ती गांव के रहने वाले राकेश ने गांव के ही रहने वाले अनुराग के खिलाफ जमीन के विवाद को लेकर पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी. पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद बीकेटी थाने पर तैनात दारोगा प्रदीप पांडे को मामले की जांच सौंपी गई थी. जांच के दौरान दारोगा प्रदीप पांडे ने पीड़ित राकेश से मामले के निस्तारण को लेकर पैसे की मांग की थी. दारोगा द्वारा पैसे की मांग किए जाने पर राकेश ने इसकी शिकायत फिर से एंटी करप्शन से की थी. इसके बाद मंगलवार को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों दारोगा प्रदीप पांडे को गिरफ्तार कर लिया है. दारोगा प्रदीप पांडे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
मऊ के जिला आबकारी अधिकारी जेजे प्रसाद निलंबित :उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने मऊ जिले के जिला आबकारी अधिकारी जेजे प्रसाद को निलंबित कर दिया है. जेजे प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे, जिसकी जांच में पुष्टि हुई थी. अब मंत्री के निर्देश पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के अनुसार मऊ जिला आबकारी अधिकारी जेजे प्रसाद के खिलाफ अनियमितता के आरोप लगे थे. जिस पर इन आरोपी की विभागीय जांच कराई गई थी. जांच में जिला आबकारी अधिकारी जेजे प्रसाद पर लगे आरोप सही पाए गए थे. रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को उन्हें तत्काल निलंबित करने के निर्देश दे दिए गए हैे. अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि सोमवार को आबकारी मंत्री के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी मऊ के खिलाफ आरोपी की जांच कराई गई थी. जिसकी रिपोर्ट हाल ही में मंत्री को सौंपी गई थी. मंगलवार को मंत्री के निर्देश पर जेजे प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है.
यह भी पढ़ें : बाहरी जिले का वाहन देखते ही सक्रिय हो जाती है लखनऊ की ट्रैफिक पुलिस, जानिए क्यों