Taj mahostav 2022: दीवान-ए-आम में सजी मौसिकी-ए-दरबार की महफिल, यूं इतराया आगरा किला
आगरा: ताज महोत्सव में शुक्रवार शाम आगरा किला में मौसिकी-ए-दरबार की महफिल का आयोजन हुआ. इसमें रंग बिरंगी लाइटों से आगरा किला की दीवारें और दीवान-ए-आम जगमग हो गया. मशहूर कव्वाल असलम साबरी की प्रस्तुतियों पर लोग झूमने और तालियां बजाने को मजबूर हो गए. मौसिकी-ए-दरबार की शुरुआत अंशुमान महाराज के सरोज वादन से हुई. उन्होंने राग जोग में अलाप करते हुए रूपक ताल में बड़ी गत यानी सातवीं मात्रा सुनाई. उनके साथ तबले पर कुशाल कृष्ण और विभाष महाराज ने संगत की. इतना ही नहीं सुप्रसिद्ध कव्वाल असलम साबरी ने अमीर खुसरो का कलाम 'छाप तिलक सब छीनी, तोसे नैना मिलाके..', 'तुझे प्यार करते करते मेरी उम्र बीत जाए..','मोहम्मद के शहर में...' जैसी कव्वालियों से श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:21 PM IST