पाई-पाई जोड़कर बंदरों के लिए करते हैं भोजन की व्यवस्था - Jhansi Monkey Man
झांसी: 'कहते हैं जिसका कोई नहीं होता उसका खुदा है यारों' झांसी के ग्वालियर रोड स्थित पाल कॉलोनी निवासी 25 वर्षीय भूपेंद्र कुशवाहा एक निजी कंपनी में छोटी सी नौकरी कर किसी तरह से अपने परिवार को चलाते हैं. साथ नौकरी से मिलने वाले वेतन में से एक-एक पैसा बचाकर बंदरों के भोजन की व्यवस्था करते हैं. भूपेंद्र झांसी से 15 किलोमीटर दूर बेतवा नदी के किनारे पहुंचकर जंगलों में रहने वाले जानवरों को कभी केला तो कभी अन्य फल खिलाकर उनका पेट भरने का काम करते हैं. भूपेंद्र ने बताया कि पिछले साल जब लॉकडाउन लगा था, तब वो जब भी इस रास्ते से गुजरते थे तो रास्ते में उन्हें भूखे बंदर मिलते थे. खैर, तभी से उन्होंने इन बंदरों की सेवा करने की ठानी और आज भी बदस्तूर किए जा रहे हैं.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:19 PM IST