मधुर भजनों से बनाया दीवाना, अंतिम यात्रा में बहे आंसू - mathura latest news
मथुरा : अपनी गायकी से ठाकुर बांके बिहारी की महिमा का बखान करने वाले ब्रज के प्रसिद्ध भजन गायक, बाबा रसिका पागल का शनिवार देर रात्रि निधन हो गया. बाबा की निधन की खबर सुनते ही उनके भक्त जनों में शोक की लहर दौड़ गई. रविवार को आश्रम से रसिका पागल बाबा की अंतिम यात्रा शुरू हुई. इस दौरान हजारों अनुयायियों का सैलाब उमड़ पड़ा. उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे भक्तजन पुष्प वर्षा करते रहे. बता दें, रसिका पागल बाबा लंबे समय से किडनी और शुगर की बीमारी से जूझ रहे थे. 1 जनवरी 1967 में रसिका पागल बाबा का जन्म हुआ था. बाबा धर्म नगरी वृंदावन के रहने वाले थे. परिवार में तीन भाई और दो बहनों में तीसरे नंबर के थे बाबा. आजीविका चलाने के लिए दिनभर रिक्शा चलाने के बाद, बाबा शाम को बांके बिहारी मंदिर की आरती में हर रोज पहुंच जाते थे. इस दौरान वह भजन गाया करते थे. उनके भजनों को सुनकर श्रद्धालु भक्त मंत्रमुग्ध हो जाते थे.