बनारसी दीदी के चकराइल सिर: मल्लाह कहिन... क्रूज दिहलस दर्द, कंधा पे हाथ रख के बेड़ा पार हो जालन नेता....
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपने समीकरण और राजनीतिक गठजोड़ बनाने में जुटी हैं. ऐसे में सभी पार्टियां 'निषाद समाज' की सियासी अहमियत को भी भांप चुकी हैं. लिहाजा, इस अति पिछड़े वोटबैंक को सभी हथियाने की जुगत में गणित बैठा रहे हैं. अब जानना ये है कि निषाद समाज (Nishad Society) अपना भला किस पार्टी में खोजता है. ऐसे में उनकी नब्ज टटोलने के लिए 'बनारसी दीदी' (Banarasi Didi) ने अस्सी घाट (Assi Ghat) पर मल्लाह समाज के साथ गंगा की गोद में चुनावी चर्चा छेड़ दी. फिर क्या हर सवाल पर मल्लाहों के दिल की बात निकलकर सामने आ गई. एक नाविक चाचा के दिल का दर्द उभर आया....बोले- गंगा में चल रहल क्रूज (Cruise) छोटका मल्लाहन के दर्द दिहलस है. एक भइया बोल पड़े ई नेता लोगन हमरे कंधा पे हाथ रख के चुनावी नैया पार हो जालन फिर मुड़ के न देखली...आप भी सुनिए आखिर...निषाद समाज के लोगन से बात करत-करत काहे बनारसी दीदी का भी सिर चकरा गइलन.....
Last Updated : Nov 27, 2021, 8:59 AM IST