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Published : Nov 13, 2021, 9:18 PM IST

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योगी के मंत्री बाबूराम ने राम के बयान पर संजय निषाद को दी नसीहत, कहा- बढ़ायें अपना ज्ञान

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी अपने को मजबूत करने के लिए तैयारियों में जुटी हुई है. छोटी पार्टियां बड़ी पार्टियों से गठबंधन कर रही हैं, तो वहीं बीजेपी के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बाबूराम निषाद ने छोटी पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा कि ये पार्टियां हानिकारक हैं.

मंत्री बाबूराम ने दी संजय निषाद को नसीहत
मंत्री बाबूराम ने दी संजय निषाद को नसीहत

वाराणसीः बीजेपी के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बाबूराम निषाद ने छोटी पार्टियों को लेकर तंज कसे हैं. उन्होंने छोटे दलों को हानिकारक बताया है. उनका कहना है कि ये दल अपने हित के लिए काम करती हैं. उन्होंने संजय निषाद को नसीहत दते हुए कहा कि वे अपने ज्ञान को बढ़ायें. राम के इतिहास और रामायण पर प्रश्न चिन्ह लगाना बहुत खेद जनक है.

पिछड़ा वित्त विकास निगम के अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बाबूराम निषाद एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे दल जो खड़े हुए हैं, ये निश्चित तौर पर समाज के लिए एक बहुत बड़ा दर्द खड़ा करने वाले हैं. ऐसे दल जाति को बांटकर, जाति की ही राजनीति दल का गठन करते हैं. छोटे दल विकृत मानसिकता को लेकर राजनीतिक दिशा में बढ़ रहे हैं. इनका न तो कोई अस्तित्व होता है और न ही कोई जनाधार होता है. यह सिर्फ कुछ दिन के लिए हैं. कुछ दिन बाद इनका जाना तय है. यह बहुत लंबे समय तक नहीं चलने वाले हैं.

मंत्री बाबूराम ने राम के बयान पर संजय निषाद को दी नसीहत
राशिद अल्वी और सलमान खुर्शीद के बयान पर बाबूराम निषाद ने कहा कि ये ऐसे लोग हैं, जिनका इतिहास रहा है कि, ये हिंदू और मुसलमान की एकता को तोड़ने का काम किए हैं. हिंदुत्व और हिंदू पर इनकी कोई आस्था नहीं है. लेकिन जो पुरातन समय से आम आवाम एक साथ रहने के लिए अभ्यस्त है. उसमें कहीं न कहीं है ये राजनीतिक रोटी सेंकने का काम कर रहे हैं.

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दरअसल निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने प्रभु श्रीराम पर विवादित बयान दिया था. जिसपर बाबूराम निषाद ने कहा कि संजय निषाद की आदर्श और पुरुषोत्तम राम के बारे में टिप्पणी करना घोर अपमानजनक है. वो अपना ज्ञान बढ़ाएं . इस तरीके से समाज में फूट डालने का काम न करें. राम के इतिहास पर और रामायण पर प्रश्नचिन्ह इस तरह से लगाना यह बहुत बड़ा खेद जनक है.

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