वाराणसी: महिला सशक्तिकरण का उदाहरण का दूसरा नाम पुष्पांजलि शर्मा है. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा. 17 साल की उम्र में शादी, 19 साल तक आते-आते कैंसर जैसी बीमारी से ग्रसित होना. उसके बाद कैंसर से जीत हासिल की. पुष्पांजलि शर्मा 13 सालों से योग टीचर हैं. इन्हें उत्तर प्रदेश की पहली महिला सेलिब्रिटी योग टीचर बनने का मुकाम हासिल है. इन्होंने अपनी मेहनत, लगन परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया है. पुष्पांजलि शर्मा ने डिनो मारिया, अनुराग कश्यप, सुखविंदर सिंह जैसे बॉलीवुड हस्तियों को योग सिखाने का काम किया है. वह आज महिलाओं को योग के माध्यम से सशक्त बनाने में जुटी हुई हैं.
सास से मिली प्रेरणा
पुष्पांजलि शर्मा बताती हैं कि योग टीचर बनने के पीछे उनकी सास का बहुत बड़ा योगदान है. उन्हीं की प्रेरणा से यहां तक पहुंच पाए हैं. सास को याद करते हुए पुष्पांजलि ने बताया कि वह 24 घंटे अपने परिवार के लोगों के प्रति कार्य करने में लगी रहती थी. इससे अपने सेहत पर ध्यान नहीं रखा. इसके कारण उन्हें ब्लड कैंसर और सेप्टीसीमिया जैसी बीमारी से जूझना पड़ा. वहीं सास के बाद ही पुष्पांजलि को भी कैंसर हो गया. लंबी लड़ाई के बाद पुष्पांजलि ने कैंसर को मात देने में सफल रहीं.
21 बच्चियों को और 21 गांवों को लिया है गोद
पुष्पांजलि शर्मा ने बताया कि जेतपुरा स्थित समास विग्रह में बंद 21 बच्चियों को गोद लिया है. पुष्पांजलि शर्मा ने बताया कि वह गांव में योग के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 21 गांव को गोद लिया है. इसमें से आयर गांव के आसपास जितने भी गांव हैं. सभी में महिलाओं को योग की शिक्षा दे रही हैं.
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