वाराणसी:जिले मेंबिजली बिल समस्या को लेकर बुनकरों ने एक अहम बैठक की. इस बैठक में बुनकरों ने गुरूवार को हड़ताल के साथ मुर्री बंद लेने का फैसला लिया. इस दौरान फ्लैट रेट पर बिजली बिल को फिर से चालू करने पर चर्चा की गई. दरअसल इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार से बुनकरों को कई बार आश्वासन मिल चुका है कि जुलाई तक सारे पावरलूम के बिल कार्ड से जमा किए जाएंगे, जिसके बाद फ्लैट रेट पर बिजली दी जाएगी. मगर अभी तक सस्ते दर से बिजली नहीं मिल रही है.
वहीं इस मामले को लेकर बुनकरों का कहना है कि सरकार के वादे को आज लगभग डेढ़ महीना हो चुका है, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. इसको लेकर उत्तर प्रदेश बुनकर सभा ने 3 अक्टूबर को मीटिंग में अनिश्चित कालीन बंदी तय की थी, जिसे 15 अक्टूबर से फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया.
वाराणसी: बिजली बिल समस्या को लेकर बुनकरों ने की अहम बैठक - बिजली बिल की समस्या को लेकर बैठक
वाराणसी में बुधवार को बिजली बिल की समस्या के संबंध में बुनकरों ने मुर्री बंद को लेकर बैठक की. दरअसल बुनकरों को सरकार की ओर से साल 2006 से फ्लैट मूल्य पर दी जाने वाली बिजली वर्ष 2020 की शुरुआत से ही रोक दी गई है.
सरकार बुनकरों के साथ कर रही सौतेला व्यवहार
हाजी अब्दुल कलाम ने कहा कि बुनकरों के हालात से सभी वाकिफ है और बुनकर फिर से साल 2006 जैसी स्थिति में आ चुके है. उन्होंने बताया कि बुनकरों की स्थिति को देखते हुए साल 2006 में मौजूदा सरकार ने बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली दी थी, जो अब तक चली आ रही थी. उन्होंने कहा कि सरकार बुनकरों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. साथ ही कहा कि बनारस की बुनकरी में जितने मुस्लिम है उतने ही हिन्दू से इस कारोबार से जुड़े है.
सरकार से की गई मांग
सरकार से मांग करते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहे तो पहले के मुकाबले बिजली बिल में बढ़ोतरी कर लें, जो कि पिछली सरकार ने तय किया था. मगर सरकार के कानून के मुताबिक हमें फ्लैट रेट पर बिजली दें.