वाराणसी: 'रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून', यह कहावत अपने आप में उन लोगों की व्यथा बताती है, जिनको पानी नसीब नहीं होता है. काशी के लोग शायद इसी सूनेपन से गुजर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र को विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों का बजट केंद्र देता है. बावजूद इसके काशीवासियों को जरूरी सुविधाएं तक मुहैया नहीं हो पा रही हैं.
क्या है पूरा मामला
- फुलवरिया गांव के मानस नगर कॉलोनी (कुम्हारपुरा) में कुम्हार परिवार रहते हैं.
- भीषण गर्मी में पानी की किल्लत ने जिंदगी और व्यापार दोनों पर असर डाला है.
- अधिकारियों के पास चक्कर काट-काटकर लोग थक गये हैं.
- कैंट स्टेशन के नजदीक होने के बावजूद समस्या पर नहीं दे रहा कोई ध्यान.
- राज्य सरकार के मंत्री अनिल राजभर के विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है प्रभावित इलाका.
- लोगों के मुताबिक राजभर तक शिकायत पहुंचाने के बावजूद अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
- अधिकारियों और पार्षद पर दबाव बनाने के लिए रोज हो रहे धरना प्रदर्शन भी बेकार साबित हो रहा.