वाराणसी : उत्तर प्रदेश की पूर्व सांसद फूलन देवी के शहादत दिवस पर बिहार की विकासशील इंसान पार्टी यानि की वीआईपी के द्वारा यूपी के 18 मंडलों में फूलन देवी की प्रतिमा को स्थापित किया जाना था. इसको लेकर वीआईपी पार्टी के संस्थापक व बिहार के कैबिनेट मंत्री मुकेश साहनी वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे. लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को भी वाराणसी के एक होटल में नजरबंद कर दिया गया. प्रशासन की इस कार्रवाई से पार्टी पदाधिकारियों में रोष हैं.
कैबिनेट मंत्री को एयरपोर्ट से ही भेजा वापस
बता दें कि बिहार के कैबिनेट मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश साहनी रविवार को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पहुंचे. लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी. उन्हें एयरपोर्ट के लाउंज में ही रोककर रखा गया और पूरे एयरपोर्ट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया. पार्टी सूत्रों की मानें तो कैबिनेट मंत्री को देर शाम को दूसरी फ्लाइट से एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया.
वाराणसी के रामनगर में स्थापित की जानी थी फूलन देवी की प्रतिमा
बता दें कि वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के सुजाबाद में गंगा किनारे फूलन देवी की प्रतिमा को स्थापित किया जाना था. इसके लिए लगभग 15 फीट ऊंची प्रतिमा बीते दिन वाराणसी पहुंची थी. लेकिन इसको लेकर उस दिन स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया गया था, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने फूलन देवी की प्रतिमा को अपने कब्जे में ले लिया. शहादत दिवस पर फूलन देवी की इसी प्रतिमा को पार्टी संस्थापक मुकेश साहनी के द्वारा स्थापित किया जाना था. हालांकि प्रशासन ने धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए प्रतिमा लगाने की अनुमति को अस्वीकार कर दिया था.
बैनर, पोस्टर को प्रशासन ने हटवाया
गौरतलब हो कि मुकेश साहनी के वाराणसी आगमन के पहले ही पुलिस प्रशासन के द्वारा कड़ी कवायद शुरू कर दी गई थी. इसके तहत उनके स्वागत में शहर में लगे बैनर पोस्टर को भी हटा दिया गया और पूरे एयरपोर्ट मार्ग को बैरियर लगाकर रोक दिया गया. आने-जाने वाले यात्रियों की जांच शुरू कर दी गई. यदि कोई पार्टी कार्यकर्ता या अधिकारी एयरपोर्ट की ओर जा रहा था, तो पुलिस के द्वारा उसे नजरबंद कर लिया गया.
'साथ नहीं तो समर्थन नहीं'
वीआईपी पार्टी के प्रवक्ता राजीव मिश्र ने कहा कि आज जो रवैया प्रशासन के द्वारा अपनाया गया है वह उचित नहीं है. हम सिर्फ वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमा को स्थापित करना चाहते थे. यहां के लोगों से मिलना चाहते थे. लेकिन सरकार ने उस पर भी पाबंदी लगा दी. उन्होंने कहा कि पहले पुलिस अधिकारियों के द्वारा हमारे नेता व कार्यकर्ताओं को हॉउस अरेस्ट किया गया, फिर हमें जनता से मिलने व पीसी करने से भी रोक दिया गया. सरकार व प्रशासन के इस कृत्य से हम सभी को काफी ठेस पहुंचा है. उन्होंने कहा कि यदि यह पार्टी हमारा साथ नहीं देगी, तो हम अपना समर्थन भी नहीं देंगे और 2022 में यह सरकार को समझ में आ जाएगा.