वाराणसी: ठंड के साथ-साथ प्रदूषण भी काफी तेजी से बढ़ रहा है. शनिवार को वाराणसी देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में प्रथम स्थान पर रहा. जबकि, जौनपुर का दूसरा स्थान रहा. आईक्यूएयर के आंकड़ों के अनुसार, वाराणसी शहर की हवा 'खराब' स्तर एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक या एयर क्वॉलिटी इंडेक्स) पर पहुंच गई है.
वाराणसी का एक्यूआई पहुंचा 431
शनिवार देर शाम बनारस देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर बन गया. आईक्यूएयर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, प्रथम स्थान पर रहते हुए वाराणसी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 431, दूसरे स्थान पर रहते हुए जौनपुर का एक्यूआई 412 रहा.
अर्दली बाजार क्षेत्र का एक्यूआई पहुंचा 219
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, शनिवार को वाराणसी में लंका इलाके का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 431 रहा, जबकि नाटी इमली इलाके में एक्यूआई 372 और अर्दली बाजार क्षेत्र का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 219 दर्ज किया गया. यहां पर पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 356, नाइट्रोजन ऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 134 और ओजोन की अधिकतम मात्रा 179 रही.
बीएचयू और सारनाथ भी रहा प्रदूषित
वाराणसी शहर की वायु गुणवत्ता की हालत बहुत खराब है. आईक्यूएयर के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को जारी शहर के 15 प्रमुख स्टेशनों की रिपोर्ट में बीएचयू और सारनाथ भी काफी प्रदूषित रहा. बीएचयू क्षेत्र की एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 413 और सारनाथ का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 374 रहा. वहीं बौलिया का इलाका भी सबसे अधिक प्रदूषित रहा, जिसका एक्यूआई 441 दर्ज किया गया.
बीएचयू के वैज्ञानिक ऑफिसर बीडी त्रिपाठी ने बताया कि पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों की मात्रा हवा में बढ़ने के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हुई है. वहीं ठंड अधिक होने से वायुमंडल में प्रदूषक तत्व घुल नहीं पा रहे हैं, जिसके कारण वाराणसी की एयर क्वॉलिटी इंडेक्स लगातार तेजी से बढ़ा है.