वाराणसी: 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस देशभर में मनाया जाएगा. ये दिन बेहद खास होता है क्योंकि दुनियाभर से आने वाले सैलानियों की आवभगत भारत में पूरी शिद्दत के साथ की जाती है. वैसे भी हमारा देश 'अतिथि देवो भव:' के उस मंत्र को सार्थक करने में जुटा है जिसके बल पर भारत की एक अलग पहचान है.
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पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी
बात पर्यटन की हो तो भला कोई काशी को कैसे भूल सकता है. काशी की पवित्र भूमि अपनी परंपराओं और संस्कृति से दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. सैलानी भी बनारस आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं और हर कोई बस यही कहता है कि 'हम बनारस से प्यार करते हैं'. बनारस के घाटों से लेकर परिधान तक विश्व प्रसिद्ध हैं. सैलानी यहां बार-बार आना चाहते हैं और यही वजह है की पर्यटन उद्योग की स्थिति मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रही है.
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है काशी. पर्यटन से मिल रहा है रोजगार
2014 से लेकर 2019 जून तक वाराणसी में 10 से 15% पर्यटकों की आवक में वृद्धि हुई है और ये लगातार बढ़ रही है. ये एक अच्छा संकेत है यहां के पर्यटन उद्योग के साथ इससे जुड़े लोगों के लिए. यानी पर्यटन के साथ मिल रहा है रोजगार और बढ़ रहा है व्यापार. इस इजाफे के साथ कारोबार से जुड़े लोगों को जबर्दस्त फायदा हो रहा है. चाहे होटल इंडस्ट्री हो, ट्रैवल इंडस्ट्री, नाव चलाने वाले नाविक या छोटी-मोटी दुकानें चलाकर अपना पेट पालने वाले दुकानदार सभी को वाराणसी का टूरिज्म उद्योग जबरदस्त फायदा दे रहा है.
आंकड़ों से जानें पर्यटन उद्योग का हाल वर्ष | कुल सैलानी |
2014 | 5489997 |
2015 | 5716297 |
2016 | 5922665 |
2017 | 6282225 |
2018 | 6445260 |
2019 (जून तक) | 2121940 |
बढ़ता व्यापार पर्यटन विभाग के लिए है महत्वपूर्ण
वाराणसी में बढ़ रहा पर्यटन कारोबार पर्यटन विभाग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है. शहर में कारोबार से बढ़ने से अधिकारी बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि काशी के इस कारोबार से रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो रही हैं. लोगों को व्यापार के साथ रोजगार मिल रहा है. नए होटल खुलने से बेरोजगारी की समस्या बनारस में पर्यटन उद्योग खत्म करने का काम कर रहा है. छोटे-बड़े सभी व्यापारी फायदा कमा रहे हैं. कुल मिलाकर पर्यटन वाराणसी को मंदी के दौर में संजीवनी देने का काम कर रहा है.
2014 से जून 2019 तक के सैलानियों के आकड़ें 2014 | भारतीय सैलानी- 1935258 विदेशी सैलानी- 186682 |
2015 | भारतीय सैलानी- 5413927 विदेशी सैलानी-302370 |
2016 | भारतीय सैलानी-5600146 विदेशी सैलानी- 312519 |
2017 | भारतीय सैलानी- 5947365 विदेशी सैलानी-334860 |
2018 | भारतीय सैलानी-6095890 विदेशी सैलानी- 349270 |
2019 (जून तक) | भारतीय सैलानी- 1935258 विदेशी सैलानी- 186682 |