वाराणसीः काशी में सियासत का कॉरिडोर सजने लगा है. आखिरी चरण यानी 7 मार्च को यहां भी मतदान है. जिसको लेकर सियासी पंडितों का यहां जमावड़ा होने वाला है. जिससे काशी में एक बार फिर टूरिज्म का बाजार सजने लगा है. इसका साफ असर हवाई जहाज के टिकटों से लेकर होटल और ट्रेवल सेक्टर में खासा उत्साह देखा जा रहा है. जिनके फेयर से लेकर बुकिंग तक में ज्यादा उछाल हो रहा है. इस सियासी टूरिज्म से कोरोना काल से शांत पड़े बनारस के बाजार गुलजार हो गये हैं. ऐसे में इस सेक्टर से संबंधित कामगारों के चेहरे पर सियासी मुस्कान देखी जा रही है.
खास बात ये है कि इस सियासी टूरिज्म को पर्यटन कारोबारी एक नया नाम दे रहे हैं, वो है पॉलिटिकल टूरिज्म. दरअसल तीसरे चरण के चुनाव के बाद वाराणसी में सियासतदारों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है. इसका अंदाजा बनारस के होटल, वाहन, व्यापार और हवाई जहाज की टिकटों में बिक्री से लगाया जा सकता है. जहां सबसे ज्यादा बुकिंग सियासी पार्टियों की हो रही है. होटल के रूम 22 तारीख के बाद से पूरे बुक कर दिए गए हैं. गाड़ियों की बुकिंग भी हो चुकी है. इसके साथ ही फ्लाइट के टिकटों के दामों में भी दोगुना इजाफा कर दिया गया है. इससे जुड़े लोग इस कारोबार का नाम पॉलिटिकल टूरिज्म दे रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि ऐसी डिमांड 2014 में देखने को मिली थी और अब 2022 में देखने को मिलने जा रही है. कोरोना काल से शांत पड़े व्यापार को सियासतदारों का सहारा मिल गया है.