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UP Election 2022: वाराणसी के छात्र ने बनाया इलेक्शन बूथ रोबोट, मतदान केंद्र पर रखेगा ऐसे नजर

देश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए रैली एवं सभाओं पर रोक लगा दी है. वहीं, दूसरी ओर निर्वाचन आयोग चुनाव को सफल बनाने के लिए कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रहा है. जिसे देखते हुए वाराणसी के छात्र उत्सव त्रिपाठी ने इलेक्शन बूथ रोबोट बनाया हैं. जो मतदान के समय वोटरों पर नजर रखेगा.

छात्र उत्सव त्रिपाठी.
छात्र उत्सव त्रिपाठी.

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Published : Feb 3, 2022, 12:29 PM IST

वाराणसी: देश में बढ़ते कोरोना के प्रभाव को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने जहां चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए रैली एवं सभाओं पर रोक लगा दी है. दूसरी तरफ प्रशासन चुनाव को सफल बनाने के लिए कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रही हैं. इसको देखते हुए काशी के होनहार छात्र ने इलेक्शन बूथ रोबोट बनाया हैं. जो मतदान के समय वोटरों पर नजर रखेगा. इस रोबोट के माध्यम से चुनाव में लगने वाले खर्च कम करने और कोरोना से लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से बनाया गया है.

वाराणसी के पहाड़िया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट के कंप्यूटर साइंस के द्वितीय वर्ष के छात्र उत्सव त्रिपाठी द्वारा स्मार्ट इलेक्शन बूथ रोबोट बनाया गया है. उत्सव त्रिपाठी ने बताया कि मतदान केंद्रों पर चुनाव अधिकारी के रूप में यह रोबोट काम करेगा. इस रोबोट में एक कैमरा लगाया गया है जो मतदान करने वाले लोगों की आइडेंटी चेक करेगा. जिसके बाद कार्ड धारक मतदान करेगा. मतदान करने के बाद रोबोट के माध्यम से उनके हाथों में स्याही लगाई जाएगी. छात्र उत्सव त्रिपाठी ने बताया कि इलेक्शन बूथ रोबोट के माध्यम से कोरोना काल में सरकार को मतदान करने में मदद मिलेगी तो दूसरी तरफ मतदानकर्मियों की सुरक्षा बनी रहेगी.

जानकारी देते छात्र उत्सव त्रिपाठी.


छात्र उत्सव त्रिपाठी ने बताया कि चुनाव के समय मेन पॉवर एवं पैसा ज्यादा खर्चा होता है. पिछले पंचायत चुनाव में कई मतदान कर्मियों को कोरोना के कारण मौत हो गई थी. जिसे देखते हुए ये इलेक्शन बूथ रोबोट बनाया गया है. इसमें एक कैमरा लगाया है, जो हमारा चुनाव अधिकारी अपने मोबाइल के माध्यम से ऑपरेटर करेगा. इसमें मतदाता कर आईडी कार्ड भी अधिकारी चेक कर सकता है. जिससे चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो सकती है. अगर कोई इस डिवाइस से छेड़छाड़ करता है तो चुनाव अधिकारी के पास सारे डाटा सुरक्षित रहेंगे.

उत्सव ने बताया कि ये डिवाइस श्याम चौरसिया सर के देखरेख में बनाया गया है. इसको बनाने में दो हफ्ता का समय लगा है. जिसमें 6,500 रुपये की लागत आई है. उत्सव ने आगे बताया कि सरकार को हम जैसे छात्रों की मदद के लिए आगे आना चाहिए. जिससे हम लोगों की प्रतिभा और निखर कर सामने आएगी.


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