वाराणसी: सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर अदाणी फाउंडेशन हमेशा से ही काफी आगे रहता है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए एक बेहतर प्रयास कर रहा है. जिसके नतीजे भी दिखाई देने लगे हैं. अलग-अलग उद्योगों से जुड़ी महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूती मिल रही है. बल्कि महिलाएं मानसिक तौर पर भी वह मजबूत हो रही है.
वाराणसी में अदाणी फाउंडेशन की तरफ से बताया गया कि सेवापुरी ब्लॉक की जो महिलाएं मुख्य रूप से गृहिणी हैं. उन्हें स्वावलंबी बनाना अदाणी फाउंडेशन का लक्ष्य है. अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम 2022 में शुरू किया गया था. यहां महिलाओं ने पूरे जोश के साथ प्रशिक्षण में प्रवेश लिया. इसके साथ ही फाउंडेशन की तरफ से अगरबत्ती, पैकेजिंग, मार्केटिंग और लॉजिस्टिक्स के निर्माण के सभी पहलुओं को सीखा. वर्तमान समय में काशी प्रेरणा सक्षम निर्माता कंपनी लिमिटेड विभिन्न मांगों के अनुरूप अगरबत्ती के विभिन्न आकार और आकार का उत्पादन करती है. यहां लगभग 300 महिलाएं कार्यरत हैं. इस परियोजना की सफलता प्रत्येक महिलाओं के अथक प्रयासों के कारण ही संभव है.
अदाणी फाउंडेशन की ग्रामीण महिलाओं के समूह द्वारा निर्मित गंगातिरी अगरबत्ती की देश विदेश तक पहुंच है. यह गंगातिरी अगरबत्ती और धूपबत्ती प्राकृतिक उत्पादों से बनी है. इसमें गाय का गोबर, कपूर, नारियल का तेल, गुग्गल, चंदन पाउडर, चावल का आटा एवं अन्य 54 प्रकार की जड़ी बूटीयां शामिल हैं. गंगातिरी एक देशी भारतीय नस्ल है. जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागों में, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जिलों के साथ-साथ बिहार राज्य के निकटवर्ती क्षेत्रों में पाई जाती है. इस नस्ल की वर्तमान जनसंख्या लगभग 3 से 4 लाख है. जिसमें से लगभग 67 हजार प्रजनन क्षेत्रों में पाए जाते हैं. काशी प्रेरणा सक्षम प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड महिलाओं का एक समूह है. जो आत्मनिर्भरता के सामान्य लक्ष्य के साथ काम कर स्थानीय महिलाओं को आजीविका के अवसर प्रदान कर रहा है.
काशी प्रेरणा सक्षम प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से जुड़ी महिलाएं जानती हैं कि उपभोक्ताओं के पास अगरबत्ती खरीदने के लिए लाखों विकल्प हैं. उन्होंने भक्तों की जरूरतों को ध्यान में रखा है. इस वजह से इन अगरबत्तियों और धूप बत्तियों के स्टिक्स को रचनात्मक रूप से डिज़ाइन किया है. चूंकि यह समूह अपने दम पर निर्माण कर रहा है. इसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक में निर्माण इकाई के प्रशिक्षण और सेटअप के रूप में अदाणी कौशल विकास केंद्र से भारी समर्थन मिला है.
गंगातिरी उत्पाद प्राकृतिक स्रोतों से बनाए जाते हैं. इसलिए गांव की महिलाओं में निर्माण की बेहतर समझ होती है. यह उत्पाद अदाणी कौशल विकास केंद्र अदाणी फाउंडेशन की एक महत्वपूर्ण पहल हैं. जो सतत आजीविका के घटक सहयोग के तहत चलता है. अदाणी फाउंडेशन और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम को विशेषाधिकार प्राप्त है. अदाणी फाउंडेशन समाज को पुनर्जीवित करने और उनकी आजीविका को बदलने के लिए एक मंच प्रदान करता हैं. यह 19 शहरों के 30 केंद्रों में काम कर रहा है. जिसने देश में 55 व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू कर 90 हजार से अधिक लोगों को लाभान्वित किया है.
बीते साल 2022 में सेवापुरी में अदाणी फाउंडेशन ने अपने मिशन के साथ कौशल विकास और उद्यमिता कार्यक्रम की शुरुवात की थी. जिसमें समाज के कमजोर वर्गों के बीच उनकी जाति, पंथ, रंग की परवाह किए बिना उनको सामाजिक और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास किया. साथ ही ग्रुप की दर्शनसास यानी फिलोसोफी है. 'अच्छाई के साथ विकास' जिससे लोगों के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन आए. वंचित वर्ग के लोगों के लिए फाउंडेशन ने अथक प्रयास किए हैं. 4 विशेष व्यापारों में हर 3 महीने पर महिलाओं का कौशल विकास अर्थात्, सिलाई, जूते बनाना, स्वेटर बनाना, धूप और धूपबत्ती बनाने के अदाणी स्किल की विशेष टीम द्वारा 3 महीने के लिए संबंधित व्यापार मे महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जो महिलों को स्वावलंबी के साथ ही नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है. अदाणी फाउंडेशन की ट्रेनिंग हब में कई प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं. जिसमे संवेदीकरण सहित, लामबंदी, और नामांकन प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल महिलाओं का उनकी क्षमता और डोमेन व्यापार में उनके कौशल का विकास किया जा रहा है.
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