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वाराणसी: नेपाली पीएम के बयान पर संतों ने जताई नाराजगी

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Published : Jul 15, 2020, 8:47 PM IST

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में संतों ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की बुद्धि-शुद्धि लिए यज्ञ किया. भगवान श्रीराम पर दिए गए बयान को लेकर संतों ने नाराजगी भी जताई. ओली ने कहा था कि असली अयोध्या नेपाल के बीरगंज के पास एक गांव है, जहां भगवान राम का जन्म हुआ था.

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नेपाली पीएम ओली के बयान से संतों में नाराजगी.

वाराणसी:जिले में संतों ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भगवान श्रीराम पर दिए गए विवादित बयान पर नाराजगी जताई है. संतों ने कैलाश पुरी मठ में केपी शर्मा ओली के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया. बड़ी बात यह है कि जिस कैलाशपुरी मठ में नेपाली प्रधानमंत्री के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया गया है, वह कई साल पहले नेपाल के नरेश ने ही बनवाया था. इस स्थान पर आज भी बहुत से नेपाली मूल के लोग रहते हैं और यहां संत समाज के लोग नेपाली प्रधानमंत्री के बयान से काफी नाराज हैं.

नेपाली पीएम के इस्तीफे की मांग
वाराणसी में 1846 से स्थापित कैलाशपुरी मठ को तत्कालीन नेपाल नरेश ने यहां रहने वाले संयासी कैलाश बाबा को समर्पित किया था. यहीं संत समाज ने नेपाली प्रधानमंत्री के बयान पर नाराजगी जताई है. संतों का कहना है कि ऐसे बयान से भारत और नेपाल के संबंधों पर असर पड़ेगा और रिश्ते तनावपूर्ण होंगे. इस तरह की बेतुकी बयानबाजी के लिए नेपाली प्रधानमंत्री को इस्तीफा देकर माफी मांगने की जरूरत है. संतों ने कहा कि जब से नेपाल में ओली प्रधानमंत्री बने हैं, तब से माओवादियों की नेपाल में सरकार आ गई है. ये चीन के इशारे पर हमेशा से भारत के विरोध में बयान देते जा रहे हैं.

भारत में नेपाल का है महत्व
बड़ी संख्या में नेपाल की आबादी भारत में रहती हैं, यहां के मठों में आज भी नेपाली विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते हैं. नेपाल के काठमांडू की तर्ज पर यहां बहुत से खूबसूरत नेपाली मंदिर बनाए गए हैं. संतों ने कहा कि इस तरह के भारत विरोधी बयान देकर नेपाल क्यों तनावपूर्ण संबंध कायम करना चाहता है. संतों ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या है और माता सीता जनकपुर की हैं, जो कि नेपाल में है. इसे कभी भी नकारा नहीं जा सकता है. नेपाल के प्रधानमंत्री ओली का बयान उनकी कुंठित और भ्रमित मानसिकता को दिखाता है.

राम और अयोध्या के बारे में क्या बोले थे ओली?

सोमवार को कवि भानुभक्त के जन्मदिन पर हुए कार्यक्रम में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा था कि असली अयोध्या नेपाल के बीरगंज के पास एक गांव है, जहां भगवान राम का जन्म हुआ था. कवि भानुभक्त ने नेपाली भाषा में रामायण लिखी थी.

पीएम ओली ने कहा था, "हमें सांस्कृतिक रूप से दबाया गया और तथ्यों से छेड़छाड़ की गई. हम अब भी मानते हैं कि हमने भारतीय राजकुमार राम को सीता दी थी. लेकिन हमने भारत की अयोध्या के राजकुमार को सीता नहीं दी थी. असली अयोध्या बीरगंज के पश्चिम में स्थित एक गांव है, न कि वह जिसे अब बनाया गया है."

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