वाराणसीःकाशी के गुलाब के फूलों को पहली बार खाड़ी देशों में भेजा गया है. अब यहां के फूलों की खुशबू विदेश में भी अपनी खूबसूरती बिखेरेंगे. इसके अलावा यहां मटर की खेप और अन्य सब्जियों के साथ गन्ने का सैंपल भी भेजा जा रहा है. इसके अलावा मंगलवार को 3.5 मीट्रिक टन कृषि उत्पाद लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से खाड़ी देश को निर्यात किया गया है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के चेयरमैन अभिषेक देव ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
किसानों को उद्यमी बना रही सरकार
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बिचौलियों को हटाकर किसानों को उद्यमी बना रही है. पूर्वांचल के उद्यमी किसान अब निर्यातक बन रहे हैं. पूर्वांचल के खेतों से निकला फ्रेश गुलाब खाड़ी देश के लिए निर्यात किया गया है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने वाराणसी में एफपीओ के साथ एक बैठक भी की. एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने गुलाब के फूलों की खेप को हरी झंडी दिखाकर खाड़ी देश (यूएई) के लिए रवाना किया. पूर्वांचल क्षेत्र की अग्रणी निर्यातक कंपनी एवं किसानों के समूह मेसर्स नॉर्थ एग्रो फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने निर्यात किया.
कृषि निर्यात में तीसरे स्थान पर यूपी
चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि मेसर्स सेवराई फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और मेसर्स जमानिया फेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने फूलों को निर्यात करने लायक तैयार किया है. एपीडा के चैयरमैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश में वित्त वर्ष 2022-23 में 18991.43 करोड़ रुपये के साथ पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक राज्य था. एपीडा के अथक प्रयासों से मात्र 8 माह (23 अप्रैल से 23 सितंबर) में 10,620 करोड़ रुपये का कृषि निर्यात कर तीसरा पायदान हासिल करने में सफल रहा है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में गुजरात 27,434.61 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ पहले एवं महाराष्ट्र 19,899.12 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर है.