उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

खुद को सीबीआई अफसर बताकर की 20 लाख की डिमांड, तीन अभियुक्त गिरफ्तार - फर्जी अधिकारी की व्यापारियों से वसूली

वाराणसी पुलिस ने तीन शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. तीनों खुद को सीबीआई अफसर बताकर व्यापारियों से पैसे की वसूली कर रहे थे. पुलिस ने तीनों के पास से एक कार और मोबाइल फोन बरामद किया है. पुलिस पूछताछ में तीनों में अपना जुर्म कबूल कर लिया है.

वाराणसी में तीन फर्जी अधिकारी गिरफ्तार
वाराणसी में तीन फर्जी अधिकारी गिरफ्तार

By

Published : Sep 9, 2021, 10:39 PM IST

वाराणसी : फूलपुर पुलिस ने फर्जी सीबीआई अफसर बनकर वसूली करने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अभियुक्त के पास से एक इनोवा कार, एक आईडी कार्ड, 3 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किया है. पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर वैधानिक की कार्रवाई शुरू कर दी है.

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व अपर पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण के द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत क्षेत्राधिकारी पिण्डरा के निर्देशन में थाना फूलपुर पुलिस द्वारा अभिसूचना व सर्विलांस की मदद से अभियुक्त रज्जाक, राजेश सिंह व कृष्णपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया. मौर्या इंटरप्राइजेज के मालिक संजय कुमार मौर्या के तहरीर पर फर्जी सीबीआई अफसर बनकर वसूली करने के संबंध में फूलपुर थाना में दीपक मिश्रा व अन्य 5 व्यक्ति के विरूद्ध पंजीकृत किया गया.

अभियुक्तों से पूछताछ में खुलासा

पुलिस ने बताया कि पूछताछ पर अभियुक्तों ने बताया कि हम सभी लोग मिलकर फर्जी सीबीआई का पहचान पत्र बनवाकर एक साथ किसी भी कम्पनी में जाकर रौब गाठते थे. इसके माध्मम पैसा वसूली करते थे. पुलिस के अनुसार, अभियुक्तों ने बताया कि 7 सितंबर को हम लोग मौर्या इन्टर प्राईजेज गोईठहां पाण्डेयपुर वाराणसी के मालिक के कम्पनी में जाकर सीबीआई आफिसर बनकर अनिमियतता की बात बता कर अपने अदब में लेकर होटल रनवे बाबतपुर वाराणसी बुलाए थे.

बाद में मामला रफा दफा करने लिए बीस लाख रुपया की मांग की. लेकिन फर्म मालिक की हरकतों से हम लोगों को शक हुआ कि वह पुलिस को सूचित कर रहा है. हम लोग इधर-उधर का बहाना बनाकर रनवे होटल से निकल कर भाग गये. आज हम लोग जौनपुर जाने का तैयारी में थे. तभी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

प्रदेश में पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले

बीते दिनों एटा में पुलिस की वर्दी पहने हुए एक शख्स एक युवक को बेल्ट से जमकर पीटा. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बाद में पुलिस ने अब इस मले में सफाई दी. पुलिस का कहना है कि बेल्ट मारने वाला वर्दीधारी दारोगा कहां तैनात है इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है, पुलिस के अनुसार फर्जी दरोगा है.

पढ़ें-योगी सरकार खनन विभाग की कमाई से हुई मालामाल, माफियाओं पर चलाया चाबुक

ABOUT THE AUTHOR

...view details