वाराणसी: धर्म नगरी वाराणसी अब पर्यटकों की नगरी के रूप में विख्यात होती जा रही है. हर साल पर्यटकों की बढ़ रही संख्या और यहां पर्यटकों की तरफ से काशी भ्रमण के लिए दिखाए जा रहे इंटरेस्ट के कारण बनारस का पर्यटन कारोबार नई बुलंदियों को छू रहा है. लेकिन, इन सबके बीच बनारस आने वाले सैलानियों को कुछ जगहों पर दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. क्योंकि, बनारस आने वाला हर सैलानी दर्शन पूजन के साथ ही गंगा की गोद में नौका पर सवार होकर नौका विहार भी करना चाहता है. लेकिन, कई बार मनमाने रेट की वसूली और छोटी नावों की उपलब्धता न होने के कारण पर्यटकों को मायूसी हाथ लगती है. अब पर्यटकों को इन परेशानियों से मुक्ति मिलेगी. क्योंकि, नगर निगम वाराणसी कुछ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के साथ मिलकर एक ऐप तैयार करवा चुका है, जो नावों की बुकिंग के लिए पहला बुकिंग एप होगा. ऑनलाइन टैक्सी बुकिंग की तर्ज पर पर्यटक नावों की बुकिंग भी कर सकेंगे और एडवांस बुकिंग के जरिए भी काशी आने से पहले ही इन्हें नगर निगम द्वारा निर्धारित किए गए रेट पर नावें उपलब्ध होंगी.
दरअसल, वाराणसी नगर निगम बीते काफी दिनों से अलग-अलग गंगा घाटों से चलने वाली अलग-अलग नावों का एक रेट निर्धारित करने का प्रयास कर रहा था. इसे लेकर कई राउंड की बैठक के बाद नाविकों के अलग-अलग संगठनों के साथ नगर निगम की सहमति बनी और कुछ के विरोध के बाद नगर निगम ने इस रेट लिस्ट को पब्लिक के बीच रखा. इस पर बहुत अच्छा रिस्पांस मिला. इसके बाद अब इस रेट लिस्ट को फाइनल करने के साथ ही दो इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा तैयार किया गया नावी ऐप नगर निगम अपने निर्देशन और सुपर विजन में लॉन्च करने जा रहा है. इस एप की ग्रैंड लॉन्चिंग की जाएगी.
अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार का कहना है कि यहां आने वाले सैलानियों को इस नावी ऐप के जरिए नावों की बुकिंग की सुविधा के साथ ही मौसम के अनुसार नावों की सैर करें या ना करें इसकी जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाएगी. त्योहारों और भीड़भाड़ के अनुसार, इसका रेट घटे और बढ़ेगा. जैसी उपलब्धता वैसी बुकिंग उपलब्ध रहेगी. जिस तरह से ऑनलाइन टैक्सी सेवा का लोग फायदा उठाते हैं, वैसे ही किसी भी घाट पर जाकर इस ऐप के जरिए बुकिंग की जा सकेगी और कुछ ही देर में नगर निगम के निर्धारित रेट पर नौका विहार का आनंद कोई भी पर्यटक ले सकेगा.
अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार का कहना है कि फिलहाल अस्सी घाट से नमो घाट के लिए 8 किलोमीटर पर 200 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से रेट किया गया है. जबकि, यदि कोई फुल नाव की बुकिंग करता है तो रिजर्व के हिसाब से उसे 2000 रुपये का भुगतान करना होगा. यह रेट छोटी नावों के लिए होगा. बड़ी नावों के लिए 3000 रुपये रिजर्व के देने होंगे. सुमित कुमार के मुताबिक नाव, मोटर वोटों को शाम को यदि गंगा आरती देखने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा तो उसके लिए सैलानियों को 200 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना होगा, यानी शाम 6:30 से 8:30 तक निर्धारित दर से ही प्रति व्यक्ति 200 रुपये अतिरिक्त देना होगा. जबकि, रविवार को निर्धारित रेट से 10% अधिक का भुगतान करना पड़ेगा. यह रेट नावों की उपलब्धता के अनुसार घटना और बढ़ता भी रहेगा.