वाराणसी:काशी एक पुरातन शहर है. इसके डेवलपमेंट का प्लान यहां के लोगों और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है. यही वजह है कि अंग्रेजों के समय से इस शहर के विकास का जो प्रारूप खींचा गया. वहीं अब तक लागू है. लेकिन अब धीरे-धीरे वाराणसी में बदलाव की जरूरत को देखते हुए है वाराणसी नगर निगम ने नई कवायद शुरू की है. नगर निगम अपना उन जमीनों की तलाश में लगा हुआ है, जो सैकड़ों साल से गुमनाम है. इसके बारे में नगर निगम को कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अब नगर निगम वाराणसी ने अपना सर्वे शुरू किया है. इसके तहत कई अवैध कब्जे वाली जमीनें सामने आई हैं, जिसका इस्तेमाल यदि सही तरीके से किया जाए, तो शहर के विकास में उनका बड़ा योगदान मिलेगा.
संपत्ति पर नगर निगम का कब्जा ही नहींः वाराणसी नगर निगम इन दिनों अपनी जमीनों पर अवैध कब्जा हटाने की प्लानिंग कर रहा है. इस पर काम भी शुरू हो चुका है. इस बारे में महापौर अशोक तिवारी ने बताया कि वाराणसी में नगर निगम अपनी जमीनों की तलाश के लिए सर्वे करवा रहा है. अब तक के सर्वे में कई ऐसी जमीनें सामने आई हैं, जो नगर निगम की संपत्ति है, लेकिन उन पर नगर निगम का कब्जा ही नहीं है. कई ऐसी संपत्तियां भी हैं जो सैकड़ों सालों से विवादित है. लेकिन, नगर निगम के दस्तावेज में वह नगर निगम की संपत्ति के रूप में दर्ज हैं. इन सभी को ध्यान में रखते हुए अब नगर निगम इन पर से कब्जा हटवा कर इनका इस्तेमाल जनता के हित में करने की तैयारी कर रहा है.