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अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम से बदलेगी यूपी की तस्वीर, इस मास्टर प्लान से मिलेगा फायदा, पढ़िए डिटेल

वाराणसी में पीएम मोदी (Varanasi International Stadium) ने शुक्रवार को करोड़ों की सौगात दी. यहां के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम से पूरे यूपी के लोगों को फायदा मिलेगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 23, 2023, 6:48 PM IST

पीएम मोदी ने वाराणसी को करोड़ों की सौगात दी.

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी को 1565 करोड़ रुपए की सौगात दी है. इसमें सबसे अहम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है. यह उत्तर प्रदेश में तीसरा और बीसीसीआई की ओर से तैयार किया जाने वाला पहला स्टेडियम होगा. एडवांस तकनीक के साथ इसमें 30000 लोगों के बैठने की सुविधा होगी. यह स्टेडियम पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यही वजह है कि स्टेडियम के शिलान्यास कार्यक्रम में सिर्फ प्रधानमंत्री ही नहीं बल्कि देश के महान क्रिकेटर भी मौजूद थे. इनमें भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, कपिल देव जैसे दिग्गजों के नाम शामिल हैं. सचिन तेंदुलकर ने प्रधानमंत्री मोदी को टीम इंडिया की जर्सी भेंटकर एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने इस स्टेडियम से आने वाले समय में कैसे पूरे उत्तर प्रदेश को फायदा मिलेगा, इसका मास्टर प्लान भी बताया.

स्टेडियम का पूरे यूपी के लोगों को फायदा मिलेगा.

खेलों के लिए अहम केंद्र है वाराणसी :दरअसल वाराणसी हमेशा से ही क्रिकेट समेत अन्य खेलों के लिए काफी महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता रहा है. पूर्वांचल के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए बनारस में हमेशा से ही युवा पीढ़ी निर्भर होकर ट्रेनिंग के लिए पहुंचती रही है. पहले सिगरा स्टेडियम, लालपुर स्टेडियम बनारस और पूर्वांचल के खिलाड़ियों को मजबूती से आगे बढ़ाने में बड़ा रोल अदा किया है. शायद यही वजह है कि बनारस से क्रिकेट में तो नहीं लेकिन हॉकी जैसे खेल में कई बड़े दिग्गज निकल कर सामने आए हैं. जिसमें मोहम्मद शाहिद, विवेक सिंह समेत कई बड़े नाम शामिल हैं. इसके अलावा बास्केटबॉल में प्रशांति सिंह और उनकी बहनों ने भी सिंह सिस्टर के नाम से पूरे दुनिया में अपना दबदबा कायम रखा.

पीएम मोदी ने वाराणसी को हजारों की सौगात दी.
स्टेडियम को आधुनिक तकनीक से तैयार किया जाएगा.

स्टेडियम की कमी से हो रही थी परेशानी :क्रिकेट की बढ़ रही डिमांड के बीच बनारस में एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम और ट्रेनिंगकी जरूरत शुरू से मानी जा रही थी. इसकी कमी की वजह से खिलाड़ियों के आगे बेहद परेशानी खड़ी होती थी. बनारस के इस क्रिकेट स्टेडियम में 9 पिच बनाई जा रहीं हैं. जिनमें इंटरनेशनल लेवल के क्रिकेट खेलने के लिए तीन पिच और 6 पिच रणजी समेत अन्य क्रिकेट और प्रैक्टिस के लिए होंगी. इसके अतिरिक्त पूरा स्टेडियम अर्द्ध चंद्राकार डिजाइन में बाबा भोलेनाथ के स्वरूप पर तैयार किया जाएगा. डमरू नुमा आकृति वाले स्थान पर पवेलियन और मीडिया गैलरी बनाई जा रही है, जबकि बाहर का पूरा स्ट्रक्चर बेलपत्र के बड़े-बड़े डिजाइन से तैयार हो रहा है. इतना ही नहीं फ्लड लाइट भी कोई आम नहीं बल्कि शिव के त्रिशूल के रूप में होगी. कुल मिलाकर यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम आने वाले वक्त में पूर्वांचल समेत बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और कई अन्य राज्यों के खिलाड़ियों के लिए वरदान साबित होगा.

स्टेडियम में 30 हजार लोग बैठ सकेंगे.

स्टेडियम को बीसीसीआई तैयार करा रहा है :स्टेडियम का सबसे बड़ा फायदा बनारस और उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मिलने जा रहा है, क्योंकि खुद प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही है कि जब स्टेडियम बनकर तैयार होगा तो होटल, ऑटो वाले, रिक्शा वाले, नाव वाले, खाने पीने की दुकान चलाने वाले छोटी-मोटी दुकान चलाकर जीविकोपार्जन करने वाले लोग बड़े फायदे में आएंगे. इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. उत्तर प्रदेश के लिए यह बहुत बड़ी बात होगी कि स्टेडियम को इंटरनेशनल लेवल पर खुद बीसीसीआई तैयार करवा रहा है.

बाबा भोलेनाथ के स्वरूप पर आधारित होगा स्टेडियम.

स्पोर्ट्स इंडस्ट्री भी की जाएगी विकसित :वाराणसी में क्रिकेट स्टेडियम से युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अफसर खुलने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भी कि इस इंटरनेशनल स्टेडियम के खुलने के बाद युवाओं के आगे भारत स्टार्टअप के रूप में काम शुरू करने का एक नया फ्यूचर प्लान तैयार हो चुका है. इसके अलावा स्पोर्ट्स से जुड़ी तमाम पढ़ाई और कोर्सेज भी अब वाराणसी में शुरू होंगे. इसके अतिरिक्त पूरी स्पोर्ट्स इंडस्ट्री ही वाराणसी की तरफ अब बड़ी ही मजबूती के साथ देख रही है. जल्द ही स्पोर्ट्स इंडस्ट्री भी बनारस में एस्टेब्लिश होगी. जिसका बड़ा फायदा वाराणसी पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश से सटे तमाम राज्यों के युवाओं को मिलेगा रोजगार और नौकरी दोनों के अवसर होंगे.

मार्च 2025 तक तैयार हो जाएगा स्टेडियम :फिलहाल ऐसा माना जा रहा है कि इस स्टेडियम का पहला फेस 2024 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा और उसके बाद धीरे-धीरे स्टेडियम के फाइनल रूप को 2025 मार्च तक तैयार कर दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त वाराणसी में भारत को बढ़ावा देने के लिए एक और स्टेडियम सिगरा एरिया में तैयार हो रहा है. डॉक्टर संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम के नाम से पहले से ही स्थापित इस स्टेडियम को रिनोवेट करके 50 से ज्यादा खेलों के लिए इसे बनाया जा रहा है, जो दिव्यांगों के लिए भी देश का पहला इंटरनल क्वालिटी का स्टेडियम होगा. यहां मल्टीपरपज गेम खेलने की सुविधा एक ही छत के नीचे मिलेगी. यह दो स्टेडियम आने वाले वक्त में बनारस को एक बड़े स्पोर्ट्स हब के रूप में डेवलप करेंगे. बनारस वह फैक्ट्री बनेगा जहां से एक से बढ़कर एक खिलाड़ी निकलेंगे. बस इंतजार है तो इन दोनों स्टेडियम के पूरी तरह से तैयार हो जाने का.

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