वाराणसी: पुरातन नगरी काशी में इंटरनेशनल क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए बीसीसीआई की प्लानिंग के तहत राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने का काम शनिवार से ही शुरू हो गया है. इसे लेकर प्रशासन ने भू स्वामियों की सहमति के बाद भूमि की खरीद-फरोख्त के तहत बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पहले दिन गंगापुर के सब रजिस्ट्रार ऑफिस में 17 लोगों ने प्रदेश के राज्यपाल के नाम अपनी-अपनी भूमि का बैनामा किया. स्टेडियम के नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह ने बताया कि गांव में कुछ जमीन सरकारी है और कुल योजना करीब 32 एकड़ क्षेत्रफल में तैयार की गई है.
तहसील प्रशासन ने आवश्यक जमीन की खरीद के लिए 140 लोगों की सहमति ली है. उसके आधार पर तय धनराशि देकर बैनामा करवाया जा रहा है. इसके लिए शनिवार को छुट्टी के दिन भी कार्यालय खोला गया. इसे बनाने के लिए रविवार को रजिस्ट्रार कार्यालय को भी खोलकर आगे की कार्यवाही की जाएगी. एडीएम प्रशासन ने बताया कि स्टेडियम के लिए चयनित जमीन का चयन खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह ने किया था. इसके लिए उन्होंने यहां दौरा भी किया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने 95 करोड़ की स्वीकृति बजट में दे दी है.
बनारस में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए 17 भू स्वामियों ने किया बैनामा, 32 एकड़ का होगा मैदान
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने वाराणसी के राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने की स्वीकृत दी है. इसके लिए प्रशासन भू स्वामियों से आपसी सहमति से भूमि की खरीद कर रहा है. इसके लिए शनिवार से बैनामा प्रकिया शुरू हुई है.
फिलहाल हाईटेक सुविधाओं से लैस स्टेडियम बनाने का कार्य भी जल्द शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. उत्तर प्रदेश में लखनऊ और कानपुर के बाद बनारस में भी इंटरनेशनल स्टेडियम की सौगात मिलने के बाद यहां के अलावा बिहार, झारखंड के क्रिकेट प्रेमियों को भी बड़ा तोहफा मिल सकेगा. फिलहाल, वाराणसी के संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम को इंटरनेशनल लेवल का बनाया जा रहा है. साथ ही एक अन्य इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनने के बाद यूपी में खेल को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों को बल मिलेगा.
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