वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी को अपना परिवार मानते हैं. यही वजह है कि बनारस वासियों के सुख में प्रधानमंत्री शामिल होते हैं. शुभ-विवाह से लेकर जन्मदिन तक प्रधानमंत्री लोगों को शुभकामना संदेश अपने पत्र के माध्यम से देते हैं. दुख में भी बनारस के लोगों के साथ उनकी संवेदनाएं रहती हैं. जिले के सक्षम पटेल, जवधिपुर बजड़िहा के रहने वाले हैं, के दादा डॉ. राजेंद्र प्रसाद पटेल के स्वर्गवास पर प्रधानमंत्री ने पत्र लिखकर परिवार वालों को संवेदनाएं व्यक्त कीं. क्लास दसवीं के छात्र सक्षम पटेल ने अपने दादाजी की मृत्यु की जानकारी प्रधानमंत्री को डाक के माध्यम से दी थी.
10वीं कक्षा के छात्र ने लिखा था पत्र. पेशे से चिकित्सक थे राजेंद्र प्रसाद पटेल
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पटेल पेशे से एक चिकित्सक थे. पिछले पांच वर्षों से सेवा नियुक्त होने के बाद भी जिले के रामकृष्ण मिशन हॉस्पिटल में सेवा दे रहे थे. यह सेवा निस्वार्थ भाव थी. उन्होंने समाज में हमेशा एक अभिभावक के रूप में अपना योगदान दिया.
मेरे दादाजी के तुल्य प्रधानमंत्री
सक्षम पटेल ने बताया मेरे दादा के स्वर्गवास के बाद मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सूचित किया था. उन्होंने बताया कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतने व्यस्त समय के बावजूद प्रधानमंत्री समय निकालकर हम ऐसे छोटे लोगों पर ध्यान देंगे. पत्र को पढ़ने से मुझे बहुत साहस मिला है. मैं दादा जी द्वारा किए गए सेवा कार्य को करता रहूंगा. उन्होंने बताया कि आज मुझे यह कहते हुए गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे दादा की तरह हैं. उन्होंने मेरे छोटे से निवेदन को स्वीकार किया है. दुख भरे परिवार में पत्र मिलने से थोड़ी शांति जरूर मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र. प्रधानमंत्री मोदी ने भेजा संवेदना पत्र
सक्षम पटेल के पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संवेदनाएं पत्र के माध्यम से भेजीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पत्र में कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद पटेल के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं. सहज व मिलनसार व्यक्ति के धनी डॉ. राजेंद्र प्रसाद पटेल जरूरतमंद लोगों के लिए निस्वार्थ सेवा भाव के किए गए कार्य हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी दिवंगत आत्मा को शांति मिले
प्रधानमंत्री के पत्र से परिवार को मिला साहस
संतोष कुमार पटेल ने नम आंखों से बताया मेरे पूज्य पिताजी जो पेशे से चिकित्सक थे. रामकृष्ण मिशन हॉस्पिटल में सेवा भाव से कार्य कर रहे थे. उनके निधन पर सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहानुभूति पत्र आया है. पत्र मिलने और पढ़ने पर हमें एक साहस मिला है. हम उनका आभार व्यक्त करते हैं.