मार्च माह की रैंकिंग जारी, 50वें पायदान पर रहा वाराणसी
कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग की तरफ से मार्च माह की रैंकिंग जारी की गई है. रैंकिंग के अनुसार वाराणसी शहर 50वें पायदान पर है. वहीं विकास कार्यों के मद्देनजर कुशीनगर जिला प्रदेश की रैंकिंग में सबसे टॉप पर है.
50वें पायदान पर रहा वाराणसी.
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Published : Jul 9, 2020, 9:25 AM IST
वाराणसी: योगी सरकार लगातार विकास के मुद्दे पर अपने कामों का बखान कर रही है. लगभग 3 साल से ज्यादा का वक्त में विकास के नाम पर प्रदेश में किए गए कामों का लेखा-जोखा भी बीते दिनों पेश किया गया, लेकिन कोरोना की वजह से विकास की गाड़ी पर ब्रेक लग गया था.
मुख्यमंत्री के अपने शहर गोरखपुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास का पहिया थम गया. मार्च में लगे लॉकडाउन के चलते डेवलपमेंट वर्ग की निगरानी करने वाले कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग की तरफ से रैंकिंग भी नहीं आ सकी. अब विभाग की तरफ से मार्च माह की रैंकिंग जारी की गई. रैंकिंग के अनुसार राजधानी लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर, आगरा और वाराणसी जैसे जिलों के डेवलपमेंट में कुछ सुधार हुआ है.
मार्च माह की रैंकिंग जारी कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग की तरफ से जारी रैंकिंग में इस बार सहारनपुर व रामपुर को पीछे छोड़ते हुए कुशीनगर पूरे प्रदेश में टॉप पर आया है, जबकि बदायूं सबसे नीचे है. लॉकडाउन के कारण रुकी हुई मार्च की रैंकिंग को जुलाई माह में विभाग ने जारी किया. इसके पूर्व जनवरी की रैंकिंग भी फरवरी में जारी हुई थी.
मार्च की रैंकिंग में 97.67% अंक लेकर कुशीनगर जिला सबसे ऊपर रहा. पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी जनवरी माह की रैंकिंग में 61 नंबर पर था, वह अब मार्च माह की रैंकिंग में 50वें पायदान पर आ गया है. वाराणसी को इस बार 81.41 प्रतिशत अंक मिले हैं.
वाराणसी को विकास कार्यो में डी ग्रेड मिला मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि जिले में संचालित 119 कार्यक्रमों में से 91 विकास कार्यों में ए ग्रेड, 11 विकास कार्यों में बी ग्रेड, 4 विकास कार्यों में सी और 13 विकास कार्यों में डी ग्रेड वाराणसी को मिला है. जनवरी महीने में की गई रैंकिंग के बाद फरवरी में आए नतीजों में बनारस 61वें नंबर पर था.
मुख्य विकास अधिकारी ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत ही योजनाओं का क्रियान्वयन और शिलान्यास समय समय पर किया है. फरवरी 2020 में प्रधानमंत्री मोदी संसदीय क्षेत्र वाराणसी आए थे और 1200 सौ करोड़ रुपये की सौगात दी थी. इसमें करीब 1000 करोड़ की बिजली, सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य, पानी उद्यान, फ्लाईओवर की योजनाएं जनता समर्पित थीं, जबकि पीएम ने 200 करोड़ की 14 योजनाओं का शिलान्यास भी किया था.
बनारस की रैंकिंग में सुधार अधिकारियों की मानें तो बीते 5 सालों में रिंग रोड बाबतपुर-आजमगढ़, गाजीपुर फोरलेन के लिए हजारों करोड़ रुपये मिले हैं. इन कार्यों का संचालन अभी जारी है. इसके अलावा फ्लाईओवर, स्वास्थ्य के क्षेत्र में मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल व अन्य कई सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं.
वर्तमान समय में जापान के सहयोग से नगर निगम के ठीक बगल में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सारनाथ में पर्यटन विकास की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण कार्य गोदौलिया में री-डेवलपमेंट का काम चल रहा है. वहीं प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण भी तेजी से हो रहा है. यह सारे काम कोरोना महामारी के काल में जारी रहने की वजह से बनारस की रैंकिंग में सुधार हुआ है.