वाराणसी: वाराणसी: ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर अलग-अलग मामलों की सुनवाई चल रही है. इसे लेकर आज पांच वादी महिलाओं की तरफ से दायर किए गए नियमित दर्शन वाले मुख्य मुकदमे के अलावा व्यास जी के तहखाना को जिलाधिकारी वाराणसी को सौंप जाने को लेकर सुनवाई जिला जज के न्यायालय में की जाएगी.
सुनवाई जिला जज की अदालत में आज होगी दरअसल ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाना की जिम्मेदारी जिला अधिकारी को सौंपे पर जाने की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र पहले सीनियर जज सिविल डिवीजन की अदालत में दाखिल किया गया था. जिसे बाद में ट्रांसफर एप्लीकेशन की तहत जिला जज की अदालत में स्थानांतरित करने की अपील की गई थी. पिछले दिनों इस प्रकरण पर फैसला सुनाते हुए जिला जज ने इस मामले को अपनी अदालत में सुने जाने का आदेश दिया था. जिसके बाद अब जिला जज न्यायालय में इस प्रकरण की सुनवाई शुरू होने जा रही है.
ज्ञानवापी मामले में नियमित दर्शन को लेकर सुनवाई आज इस मामले में पिछली तिथियां में सुनवाई नहीं हो सकी थी आज माना जा रहा है कि जिला अध्यक्ष इस मामले की सुनवाई करेंगे. इस प्रकरण में प्रतिवादी अंजुमन इंतजामियां मस्जिद कमेटी ने लिखित आपत्ति दाखिल करने की तैयारी भी कर रखी है. 27 अक्टूबर को पंडित सोमनाथ व्यास के नाती शैलेंद्र कुमार पाठक की ओर से उनके वकील सुधीर त्रिपाठी सुभाष नंदन चतुर्वेदी दीपक सिंह की तरफ से कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर उक्त मामले की जल्दी सुनवाई करने की गुजारिश में की गई है.
ज्ञानवापी केस में व्यास जी के तहखाना डीएम को सौंपने को लेकर सुनवाई होगी इसके अलावा राखी सिंह समेत पांच महिलाओं की तरफ से जिला जज की अदालत में श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन समेत अन्य मांगों को लेकर दाखिल मुकदमे की भी सुनवाई आज कोर्ट में होगी. इसी मुख्य मुकदमे के आधार पर जिला जज की तरफ से 21 जुलाई को ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे का आदेश दिया गया था. इसके बाद यह सर्वे अभी तक जारी है वहीं ज्ञानवापी परिसर में कब्रों का जिक्र करते हुए उर्स चादर समेत अन्य धार्मिक कार्यों की मांग करने वाले प्रार्थना पत्र फिर भी आज सुनवाई होगी, जो सिविल जा सीनियर डिवीजन के अदालत में सुनी जाएगी.
ये भी पढ़ें- दुनियाभर में 30 साल में मारे जा चुके हैं 1600 से अधिक पत्रकार, जानें 2 नवंबर का दिन क्यों है खास