वाराणसी: वैसे तो धरती की जन्नत यानी स्वर्ग कश्मीर को कहा जाता है, लेकिन अगर आज आप को स्वर्ग की अनुभूति करनी है तो धर्म नगरी काशी आना होगा. क्योंकि, आज सारे देवता अपने देव लोग को छोड़कर काशी आएंगे और काशी में देव उत्सव यानी देव दीपावली का पर्व मनाएंगे. अपने आप में इस अनूठी और पुरानी परंपरा के अनुरूप आज काशी के गंगा घाटों की लंबी श्रृंखला एक-दो नहीं बल्कि 10 लाख से ज्यादा दीपों से जगमगाएगी. पूरे शहर बनारस में 21 लाख से ज्यादा दीये रोशन करने की तैयारी की गई है.
सीएम योगी ने भी रविवार को सारी तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण करके खुद पूरी व्यवस्था को परखा था. इन सब के बीच सोमवार शाम 5:15 बजे एक साथ सभी घाटों पर दिए जलना शुरू हो जाएंगे और लगभग 2 से ढाई घंटे तक काशी के हर कोने में सिर्फ उजाला ही उजाला नजर आएगा.
इस बार की देव दीपावली बेहद खास होने जा रही है. क्योंकि, कण कण शंकर कहीं जाने वाली काशी में कोविड-19 के भयानक दौर के बाद इस बार देव दीपावली का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाए जाने की तैयारी की गई है. पर्यटन विभाग भी श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद देव दीपावली के आयोजन को लेकर काफी उत्साहित है. इसलिए काशी के गंगा घाटों के साथ काशी विश्वनाथ धाम की भव्य सजावट की गई है. विशाखापट्टनम के एक व्यापारी ने विश्वनाथ धाम में 80 लाख से ज्यादा फूलों से पूरे परिसर की सजावट करवाई है. पूरा विश्वनाथ धाम रोशनी से नहाया हुआ है. इसके अतिरिक्त 84 घाटों की लंबी श्रृंखला पर बिजली की झालरों के साथ ही दीयों की रोशनी आज शाम होते ही देखने को मिलेगी.