वाराणसी :जिले के आयुर्वेदिक अस्पताल में मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं हैं. जांच करने वाली मशीन भी खराब है. इससे लोगों को बाहर के पैथलैब में जांच करानी पड़ रही है. सीबीसी की जांच के लिए गरीब मरीजों को परेशान होना पड़ता है. गुरुवार को ईटीवी भारत की टीम अस्पताल में पहुंची. गेट पर कुछ मरीज मिले. इनमें से ज्यादतर सुविधाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर चुप्पी साध गए. हालांकि कुछ ने खुलकर अस्पताल की समस्याएं बताईं.
बाहर से लेनी पड़ती हैं दवाएं :मरीज विशाल ने बताया कि हमने यहां पर सीबीसी की जांच के लिए प्रयास किया था, लेकिन हमें बाहर से जांच करानी पड़ी. बाहर से जांच कराना महंगा पड़ जाता है. काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कुछ दिनों पहले भी ईटीवी भारत की टीम आयुर्वेदिक अस्पताल में पहुंची थी. तब एक मरीज अभिषेक ने बताया था कि इस अस्पताल में अक्सर दवाएं नहीं रहती हैं. पूरी दवाइयां कभी नहीं मिलती हैं. कुछ दवाएं अस्पताल में मिलती हैं तो कुछ बाहर से लेनी पड़ती हैं. लगभग 500-1000 रुपये का अन्तर पड़ जाता है.
आउट ऑफ स्टॉक हो जाती हैं दवाएं :एसएमओ अरविंद कुमार ने उस दौरान बताया था कि शासन की तरफ से उपलब्ध दवाओं में से कुछ आउटऑफ स्टॉक हो जाती हैं. अस्पताल में दवाओं का स्टॉक पुराना ही चल रहा है. 43 दवाएं शासन की और 10 दवाएं लगभग आईएमपीसीएल की आती हैं. दवाएं जब आती हैं तो बांटी जाती हैं. जब ये दवाएं खत्म होती हैं तो हम इसके लिए शासन से पत्राचार करते रहते हैं. दवाएं कभी समय से आ जाती हैं तो कभी समय से नहीं आती हैं. जब दवाएं अस्पताल में देरी से पहुंचती हैं तो उस समय मरीजों को दवा मिलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है.