वाराणसी: वाराणसी में 19 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. मतदान से पहले प्रशासन चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है. प्रशासन ने 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया है, जो विभिन्न स्तर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं. चुनाव के लिए कुल 2,920 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
वाराणसी: प्रशासन ने 407 संवेदनशील बूथों को किया चिन्हित - जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह
वाराणसी में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने 2,920 मतदान केंद्र बनाए हैं. इनमें से प्रशासन ने 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया है, जो विभिन्न स्तर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं. इनमें से 150 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है.
दरअसल वाराणसी में लोकसभा चुनाव को सकुशल और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिले के आला अधिकारी बड़ी जिम्मेदारी से काम पर लगे हुए हैं. मतदान केंद्रों पर सुविधाओं को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है. ऐसे में उन सभी मतदान केंद्रों को भी चिन्हिंत किया जा रहा है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं. अब तक जिले में कुल 2,920 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं.
जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर मैजिस्ट्रेट और मैजिस्ट्रेट लेवल पर अधिकारियों को काफी पहले ही लगाया जा चुका था. इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद मतदान के लिए बनाए गए 2920 मतदान केंद्रों में से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं. इनमें से 150 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी मे रखा गया है. इन मतदान केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि अभी से ही इन मतदान केंद्रों के इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है और लगातार पैरामिलिट्री फोर्स फ्लैग मार्च कर क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन का प्रभाव बनाए हुए है.
जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मतदान केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखने के लिए विभिन्न स्तर पर इनकी जांच होती है, जिसमें क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की मौजूदगी, आराजक तत्व द्वारा माहौल बिगाड़ने की शंका और मतदाताओं को धमकाने जैसी वारदातों के आधार पर मतदान केंद्रों को संवेदनशील-अतिसंवेदनशील श्रेणी में घोषित किया जाता है.