वाराणसी:कोविड-19 का कहर और डर लोगों के दिलों दिमाग पर हावी हो चुका है. घर में रहकर साफ-सफाई का ध्यान रखने के साथ ही बाहर निकलने पर अपने हाथों को साफ रखने के लिए अब हर व्यक्ति सैनिटाइजर का सहारा ले रहा है, लेकिन सवाल यह उठता है कि डिमांड बढ़ने के साथ मार्केट में बोतलबंद ब्रांडेड सैनिटाइजर से लेकर लोकल सैनिटाइजर क्या सुरक्षित हैं?
दरअसल, डिमांड बढ़ने के साथ ही सैनिटाइजर की डुप्लीकेसी भी जोरों पर है. कई राज्यों-जिलों में नकली सैनिटाइजर का भंडाफोड़ हुआ है. मानक के अनुरूप 70% अल्कोहल और 30% अन्य केमिकल से तैयार होने वाले सैनिटाइजर ही हाथों के लिए सुरक्षित माने जाते हैं, लेकिन बाजार में इन दिनों बिक रहे अलग-अलग तरह के सैनिटाइजर ये सवाल जरूर खड़े कर रहे हैं कि क्या बाजार में मौजूद सभी सैनिटाइजर सुरक्षित हैं? इन्हीं सवालों का जवाब तलाशने और प्रशासनिक तैयारियों की पड़ताल करने की कोशिश ईटीवी भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में की.
वाराणसी में पान की दुकान से लेकर चाय की दुकान और कपड़े की दुकान से लेकर मोबाइल शॉप पर सैनिटाइजर की बोतलें बिक्री हेतु रखी मिल जाएंगी. घरों से भी बहुत से लोग सैनिटाइजर की सप्लाई कर रहे हैं. ऑनलाइन बिक्री भी सैनिटाइजर की जोरों पर चल रही है, लेकिन वाराणसी में सैनिटाइजर की पड़ताल के लिए कोई प्लानिंग फिलहाल नजर नहीं आ रही है. प्रशासनिक अधिकारियों से जब नकली सैनिटाइजर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने पर जरूर कार्रवाई की जाएगी. अब तक फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन इसके लिए ड्रग डिपार्टमेंट की टीम को अलर्ट पर रखा गया है. वहीं समय-समय पर जांच के आदेश दिए जाते हैं.
वहीं बाजार में बिक रहे कई अलग-अलग तरह के सैनिटाइजर से लोग भी खुद को असुरक्षित मान रहे हैं. लोगों का कहना है नकली सैनिटाइजर न सिर्फ आपके हाथों को और स्किन को नुकसान पहुंचाएंगे, बल्कि कोविड-19 वायरस से भी नहीं बचा पाएंगे. इसीलिए नकली सैनिटाइजर के इस्तेमाल से दोहरा खतरा हो सकता है.