वाराणसी:केंद्र व राज्य सरकार की ओर से महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए तमाम तरीकों की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें. इसको लेकर जहां एक ओर प्रदेश के सभी शहरों को मेडिकली हाईटेक बनाया जा रहा है, तो वही घर-घर चिकित्सकीय सुविधाएं पहुंचाई जा रही है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का संचालन किया जा रहा है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी की तरह है. 2017 में इस योजना की शुरुआत की गई थी और वर्तमान में वाराणसी जनपद में लगभग 71560 महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है और इसके साथ ही उत्तर प्रदेश अब देश में नंबर वन प्रदेश बन गया है.
71560 महिलाओं को मिल चुका है लाभ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कि पीएमएमवीवाई, एक ऐसी योजना है जिसमें पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को पोषण सहायता के रूप में तीन किश्तों में 5000 रुपये सरकार द्वारा सीधे उनके पंजीकृत खाते में दिए जाते हैं. इस योजना का उद्देश्य है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बेहतर पोषण मिल सके जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें.
सीएमओ ने बताया कि जनवरी 2017 से 27 अक्टूबर 2021 तक जनपद में 71,560 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल चुका है. योजना के तहत जिले में अब तक करीब 28.65 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में भेजे जा चुके हैं. इसके साथ ही पूरे प्रदेश में एक करोड़ से अधिक लाभार्थियों को योजना के तहत पंजीकृत किया जा चुका है.इस उपलब्धि के साथ ही उत्तर प्रदेश, देश में प्रथम स्थान पर क़ाबिज़ है.
तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रुपये
एसीएमओ एवं योजना के नोडल अधिकारी डॉ एके मौर्य ने बताया कि योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को तीन किश्तों में 5000 रुपए दिए जाते हैं. पहली किश्त 1000 रुपए की होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान पहले 150 दिन के अंदर पंजीकरण कराने के बाद प्रदान की जाती है. दूसरी किश्त गर्भावस्था के 180 दिन के अंदर कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच कराने पर प्रदान की जाती है. दूसरी किश्त में लाभार्थी को 2000 रुपए मिलते हैं.
तीसरी किश्त प्रसव के 42 दिन के बाद बच्चे के प्रथम चरण के टीकाकरण पूर्ण होने पर मिलती है. इसके तहत लाभार्थी को 2000 रुपए दिए जाते हैं. यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और पोर्टल से जुड़ी हुई है. पोर्टल पर लाभार्थी का पंजीकरण होना बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि इसी के आधार पर उसे योजना का लाभ मिल सकेगा.
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