वाराणसी: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासत चरम पर है. इस बार वर्तमान परिदृश्य को देखकर यह भी स्पष्ट होने लगा है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में विकास ही अहम मुद्दा बनने वाला है, क्योंकि एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी अपने कामकाज और विकास की गाथा को लोगों तक पहुंचाने में जुटी है तो पिछली सरकार चलाने वाले अखिलेश बीजेपी के सभी कामों को अपना बताकर वोटर्स को अपनी तरफ करने में जुटे हुए हैं, लेकिन इन सबके बीच सबसे महत्वपूर्ण रोल वह युवा वोटर्स निभाने जा रहे हैं जो पहली बार वोट करने पहुंचेंगे. यह वोटर्स 18 से 30 की उम्र के हैं.
यह यूथ वोटर्स अपने दिमाग में नई सरकार बनाने की प्लानिंग करके वोट देने जाएंगे. शायद यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी ने इस बड़े वोट बैंक को साधने के लिए पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से मास्टर प्लान तैयार करने की प्लानिंग की है. इसमें बीजेपी 18 वर्ष से 30 वर्ष तक के युवा वोटर्स के बीच अपना वह ब्रह्मास्त्र लेकर पहुंचने की तैयारी में है, जो बीजेपी को बड़ा फायदा दिला सकता है.
बनारस को पेश करेंगे विकास मॉडल के रूप में
दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से गुजरात मॉडल को विकास के मॉडल के रूप में पेश करके बीजेपी ने बड़ी कामयाबी हासिल की थी. उसी तरह इस बार उत्तर प्रदेश में विकास मॉडल के नाम पर बनारस में हुए डेवलपमेंट के कामों को हर किसी तक पहुंचाने की प्लानिंग बीजेपी कर रही है. इसके लिए बीजेपी ने सबसे बड़ा टारगेट वोटर सेट किया है यूथ को. इसके लिए बनारस के कुछ विशेष कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. जिसके तहत इन कार्यकर्ताओं को विकास मॉडल के रूप में उन बड़े प्रोजेक्ट के वीडियो और तस्वीरें तैयार करने के लिए कहा गया है, जिनको कम समय में युवा वोटर अपने मोबाइल पर ही देख सके.
भारतीय जनता पार्टी इसके लिए एक विशेष वीडियो पैकेज तैयार कर रही है. इसमें बनारस में किए गए बड़े डेवलपमेंट वर्क के जरिए वोटर्स के मिजाज को बदलने की तैयारी है. इस प्लानिंग को आगे बढ़ाने वाले वाराणसी में बीजेपी के मीडिया सह प्रभारी अरविंद मिश्रा ने इस प्लान के बारे में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि बीजेपी के टारगेट पर 18 वर्ष से 30 वर्ष तक के वह युवा वोटर हैं जो इस बार अपना माइंड सेट करके वोट देने जाएंगे.
फर्स्ट टाइम वोटर्स पर ज्यादा नजर