वाराणसी: कवियों की काव्य धारा के बीच बनारस के मशहूर उलूक महोत्सव का 20वां संस्करण सम्पन्न हुआ. बनारसी रंग ढंग में सजा यह महोत्सव लक्सा क्षेत्र स्थित मारवाड़ी युवक संघ में विश्वसुंदरी सुपर्णखा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ. कार्यक्रम में आये सभी कवियों को पिपिहरी देकर उनका सम्मान किया गया. इसे पाकर कवि भी प्रसन्न दिखे.
अनोखे अंदाज में हुआ आदर
हास्य सभा होने के कारण कार्यक्रम में आये कवियों का स्वागत भी अनोखे ढंग से किया गया. साथ ही कवियों की आरती भी स्पेशल दिखी. इस दौरान कवियों की मोमबत्ती से आरती उतारी गयी.
श्रोता हुए मंत्रमुग्ध
वहीं जब कवियों ने अपनी काव्य धारा का प्रवाह शुरू किया, तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. बनारसी अंदाज में जब कवियों ने तान छेड़ी तो माहौल ही बनारसी हो गया. इस महोत्सव का बनारसी अंदाज अपने आप में ही एक अगल छटा बिखेरती है.
कोरोना महामारी को लेकर दी हिदायत
कार्यक्रम में कवियों ने जहां एक ओर बनारसी अल्हड़पन को दर्शाया. वहीं दूसरी ओर कोरोना महामारी को लेकर लोगों को जागरूक भी किया. कवियों ने यहां तक कह दिया कि 'मोहब्बत में दूरी है जरूरी'.
इन सितारों ने सजाई महफ़िल
हास्य के इस अद्भुत कार्यक्रम में कवि बादशाह प्रेमी, कवि दान बहादुर सिंह और दमदार बनारसी जैसे कलाकारों ने बनारस के खान पान से लेकर गलियों और प्रमुख स्थानों को लेकर अपनी प्रस्तुति दी.