वाराणसीःपीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए बजट पास किया गया है. इसके तहत बनारस के अलग-अलग तीन अस्पतालों को 250 बेड के साथ अन्य कई सारी चिकित्सकीय सुविधाएं एक छत के नीचे दिए जाने की कवायद चल रही है. चयनित तीन अस्पतालों में बीएचयू,राजकीय महिला अस्पताल कबीरचौरा और पंडित दीनदयाल अस्पताल में शामिल हैं.
कर्मचारियों के तैनाती की चल रही प्रक्रिया
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के एमएस वीएन सिंह ने बताया कि बीएचयू में एनएचआरएम की ओर से 45 करोड़ की लागत से 100 वार्ड का एमसीएच विंग बनकर तैयार हो गया है. इसका निर्माण अप्रैल 2018 में शुरू हुआ था. उन्होंने बताया कि वर्तमान में डॉक्टर कर्मचारियों की तैनाती व उपकरण की खरीद फरोख्त की तैयारी चल रही है. इसे दिसंबर के अंत तक चालू कराया जाएगा. वीएन सिंह ने बताया कि इस विंग को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कर रूप दिया जाएगा. जहां एम्स की तर्ज पर आईवीएफ सेंटर भी बनाया जा रहा है.
वाराणसी के तीन अस्पतालों में बढ़ेंगे 250 बेड, स्वास्थ्य सेवाएं होंगी बेहतर - वाराणसी में स्वास्थ्य सेवाएं होंगी सुदृढ़
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए तीन अस्पतालों में 250 बेड बढ़ाए जाएंगे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए बजट पास किया गया है. बीएचयू, राजकीय महिला अस्पताल और पंडित दीनदयाल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ किया जाएगा.
20 करोड़ की लागत से एमसीएच विंग बनकर तैयार
सीएमओ डॉक्टर बीबी सिंह ने बताया कि कबीर चौरा राजकीय महिला अस्पताल में 20 करोड़ की लागत से 100 वर्ड की क्षमता वाले एमसीएच विंग का कार्य लगभग पूरा हो गया है. इसे अभी कोविड-19 के लिए रिजर्व रखा गया है. इसका संचालन हेरिटेज मेडिकल कॉलेज को करना है. इसके लिए कॉलेज की ओर से उपकरणों की खरीद शुरू की जा चुकी है. इसके लिए जल्द ही डॉक्टर,स्टाफ की तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस विंग को जनवरी से शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
50 बेड का बनाया जा रहा महिला अस्पताल
पंडित दीनदयाल राजकीय चिकित्सालय परिसर में भी 50 बेड का महिला अस्पताल बनाया जा रहा है. वर्ष 2016 में यह प्रोजेक्ट लगभग 5 करोड़ की लागत से कार्य शुरू किया गया था. प्री-फेब्रिकेटेड तकनीक से बन रहा यह अस्पताल लगभग 75 प्रतिशत बनकर तैयार हो गया है.उन्होंने बताया कि वाराणसी में नए एमसीएच विंग बनने से अन्य कई सारी सुविधाएं शुरू हो जाएंगी, जिससे पूर्वांचल के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा.