उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

वाराणसी: कन्या पूजन के बाद कन्याओं को सिखाए जा रहे मार्शल आर्ट के गुर - training of martial arts

उत्तर प्रदेश में इन दिनों महिलाओं के प्रति अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. वहीं वाराणसी के एक इंस्टिट्यूट की ओर से कन्याओं को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है. खास बात यह है कि ट्रेनिंग से पहले उनका कन्या पूजन किया जा रहा है.

मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण.
मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण.

By

Published : Oct 20, 2020, 10:21 AM IST

वाराणसी: आज के बदलते सामाजिक परिवेश में महिलाओं को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी हो गया है. घर से बाहर निकलने वाली कामकाजी महिलाएं हो या स्कूल, कॉलेज जाने वाली युवतियां. सबके लिए खुद को सुरक्षित रखना आज के दौर में अत्यंत आवश्यक है. प्रदेश में बढ़ रहे महिलाओं के अपराध को देखते हुए भी लोग सजग हो रहे हैं. यही वजह है कि इस बार नवरात्रि में कन्या पूजन के साथ कन्याओं को सशक्त बनाने के लिए भी अब लोग जुट गए हैं. धर्म नगरी वाराणसी में भी एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां एक तरफ कन्याओं का पूजन कर परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है तो वहीं इन्हीं कन्याओं को दुर्गा का अवतार बनाने के लिए मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है.

कन्याओं को सशक्त बनाने की मुहिम.

तैयार कर रहे शक्ति सेना

दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शक्ति सेना निर्माण की तैयारी कर उसकी शुरुआत की थी. वहीं प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहले से ही महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए आरंभ इंस्टिट्यूट ऑफ मार्शल आर्ट काम कर रही है. इस इंस्टिट्यूट ने नवरात्रि के मौके पर शक्ति सेना तैयार करने के उद्देश्य से परंपरा और सुरक्षा का एक अद्भुत रूप दिखाने की कोशिश की है.

निशुल्क दे रहे प्रशिक्षण

वाराणसी के अलग-अलग स्थानों पर इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की तरफ से लड़कियों को मजबूत करने के लिए मार्शल आर्ट्स के निशुल्क प्रशिक्षण की शुरुआत की गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि हर ट्रेनिंग से पहले लड़कियों का कन्या पूजन कर इन्हें मजबूत बनाने के साथ इन्हें नवरात्रि पर मां के स्वरूप का दर्जा देने की कोशिश भी की गई है.

कन्या पूजन के बाद दिया जा रहा मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण.

ट्रेनर का कहना है कि मां दुर्गा की पूजा होती है और मां दुर्गा नारियों और युवतियों को मजबूती प्रदान करने की सबसे बड़ी देवी हैं. मां दुर्गा को देखकर महिलाएं यह सीख रही हैं कि आज वह कहीं से कमजोर नहीं हैं. यही वजह है कि कन्या पूजन के साथ उन्हें मजबूती देने के लिए मार्शल आर्ट के हर विधा की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वह आज के बदलते परिवेश में खुद को सुरक्षित रखते हुए समाज में गलत नजर रखने वालों को सबक सिखा सकें और अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें.

हथियार न देकर हाथों को ही बनाए हथियार

इस ट्रेनिंग में इंटरनेशनल प्लेयर की मौजूदगी साथ रही. पद्मश्री के लिए नॉमिनेट होने वाले इंटरनेशनल बॉक्सिंग प्लेयर सुधीर सक्सेना का कहना है कि लोग कहते हैं कि महिलाओं को सुरक्षा के लिए हथियार दिया जाए. लेकिन मेरा मानना है कि हथियार देने से अच्छा उनके हाथों को ही हथियार के रूप में डेवलप कर दो, ताकि वह अपनी सुरक्षा मजबूती के साथ कर सकें.

ABOUT THE AUTHOR

...view details