वाराणसी: भारत-चीन सीमा पर स्थित पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत 20 जवान शहीद हो गए. भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर प्रदेश में चीन के विरोध में प्रदर्शनों का दौर जारी है. वहीं लोग अब चीन से आने वाले सामान को भी बॉयकाट कर रहे हैं. इसी क्रम में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में व्यापारियों ने भी चीन को झटका दिया है. जिले के व्यापारियों ने चीन से आने वाले सामान के ऑर्डर कैंसिल कर आर्थिक चोट देने का फैसला किया है. यहां व्यापारियों ने करीब 5 करोड़ रुपये के ऑर्डर को कैंसिल कर दिया है.
5 करोड़ रुपये के चीनी सामान का ऑर्डर कैंसिल. चीन निर्मित सामान का वाराणसी जिले में व्यापक स्तर पर व्यापार होता है. यहीं से बिहार सहित पूर्वांचल के अन्य जिलों में चीनी सामान की बिक्री की जाती है. इसके अलावा विश्व भर के पर्यटक भी यहां आते हैं, जिस कारण चीनी वस्तुओं की यहां खूब बिक्री होती है.
वाराणसी जिले के राजा दरवाजा, दालमंडी में सबसे ज्यादा चीनी वस्तुओं की बिक्री होती है. यहां खास कर देवी-देवताओं की मूर्तियां जो चीन से बनकर आती हैं, इसके साथ ही सजावट की सामग्री का यहां व्यापार होता है. फिलहाल चीन की हरकत से नाराज होकर यहां के व्यापारियों ने इन सारे ऑर्डर को कैंसिल कर दिया है. व्यापारियों का कहना है कि भविष्य में अगर चीन का व्यवहार नहीं सुधरा तो हम सभी दुकानदार भारत निर्मित वस्तुओं का ही व्यापार करेंगे. चीन से किसी भी प्रकार का व्यापार नहीं किया जाएगा.
चीन जिस तरह से हरकत कर रहा है. हम किसी भी हाल में उसके साथ व्यापार नहीं करेंगे. बनारस के जितने भी व्यापारी हैं, उन्होंने करीब पांच करोड़ रुपये तक के ऑर्डर को कैंसिल कर दिया है. ये सारा सामान चीन से आना था. बनारस पूर्वांचल और पूरे बिहार की बड़ी मंडी है, यहां चाइनीज सामानों की खूब खपत है. अब जब तक चीन अपने बर्ताव में सुधार नहीं करेगा दोबारा ऑर्डर नहीं दिए जाएंगे.
-अजीत बग्गा, व्यापारी नेता