वाराणसी: इन दिनों शीतलहर का कहर जारी है. लगातार ठंड बढ़ने की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. काशी के गंगा घाट भी जिस सुबह के लिए जाने जाते थे, वह लोगों को नजर नहीं आ रही. इसकी बड़ी वजह यह है कि बीते 4 से 5 दिनों से सूरज के दर्शन नहीं हुए हैं और काशी के गंगा घाट दोपहर 12 बजे तक घने कोहरे की चपेट में रह रहे हैं. जिसकी वजह से यहां आने वाले लोग मायूस भी हैं और हाड़कंपा देने वाली ठंड के बीच लोगों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं.
न्यूनतम के साथ अधिकतम तापमान में गिरावटलगातार पांच दिनों से ठंड का कहर बढ़ा है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार तापमान में हो रही गिरावट के कारण लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हो रहे हैं और घर में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है. शुक्रवार को वाराणसी में अधिकतम तापमान 11 डिग्री घटकर, 14 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. वहीं, शनिवार की सुबह कोहरे के कारण दृश्यता 50 मीटर तक ही रह गई. शनिवार की सुबह तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
अभी जारी रहेगा ठंड का कहरमौसम विभाग और जानकारों की मानें तो इस बार अब तक उच्चतम तापमान में शुक्रवार को सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. गुरुवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री नीचे गिरा था, लेकिन शुक्रवार को अधिकतम तापमान में 11 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. आमतौर पर अधिकतम तापमान 27 से 28 डिग्री तक दर्ज किया जाता है, लेकिन बीते 2 दिनों से न्यूनतम के साथ अधिकतम तापमान में भी गिरावट आ रही है. जिसकी वजह से रातें और दिन दोनों सर्द हो रहा है. फिलहाल मौसम विभाग का कहना है कि झारखंड में कुछ दिन पहले हुई तेज बारिश की वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश में ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ा है और इसका असर लगभग 31 जनवरी के बाद भी देखने को मिल सकता है ठंड के साथ कोहरे का भी प्रकोप होगा.