वाराणसी: शहर से महज 35 किलोमीटर की दूरी पर कुरु गांव इस समय दहशत की जद में है. दहशत का कारण बाघ का देखे जाने है. लोग शाम पांच बजे तक केवल बाहर घूम रहे हैं, जिसके बाद लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं. क्योंकि कई लोगों ने गांव में बाघ को घूमते हुए देखा है. लोगों का कहना यह भी है कि इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है, लेकिन वन विभाग भी महज खानापूर्ति कर रहा है.
वाराणसी के कुरु गांव में दिखा बाघ, लोगों में दहशत
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के कुरू गांव में बाघ आ जाने के कारण दशहत का माहौल है. गांव वालों का कहना है कि बाघ की दशहत के कारण लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. गांव वालों का आरोप है कि इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है, बावजुद इसके वन विभाग महज खानापूर्ति कर रहा है.
कुरु गांव में दिखा बाघ.
गांव में दशहत का माहौल
- कुरु गांव में रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि हम जब अपने खेतों में सुबह गाय-भैंस चराने जाते हैं तो उस समय बाघ दिखता है.
- कुरु गांव के पास के लगभग 5 गांव ऐसे हैं, जहां के लोग उस बाघ को देखे जाने की बात कर रहे हैं.
- गांव के लोगों ने शाम 5 बजे के बाद बाहर निकलना भी बंद कर दिया है.
- वहीं गांव वालों का कहना है कि इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है.
- वन विभाग से कहा गया है कि जल्द से जल्द उसको पकड़ा जाए या कहीं गांव से दूर ले जाया जाए.
- वहीं वन विभाग को जब इसकी सूचना मिली तो वन विभाग मौके पर गया.
- ग्रामीणों को यह कहा गया कि जब भी वह बाघ दिखाई दे तुरंत फोन करके बताएं.
जिस तरीके से वन विभाग ने लापरवाही दिखाई है. यह बेहद ही निराशाजनक है. क्योंकि बाघ कोई पालतू जानवर नहीं है कभी भी किसी पर भी हमला कर सकता है.
-पप्पू, स्थानीय ग्रामीण