वाराणसी: वाराणसी में काशी तमिल संगमम का दूसरा संस्करण चल रहा है. काशी में तमिलनाडु से सात दलों में मेहमान आ रहे हैं. IRCTC ने इनके आने और वापस जाने की पूरी व्यवस्था की है. रेलवे स्पेशल ट्रेनें चलाकर सात चरणों में अतिथियों को काशी ला रहा है. वहीं 17 दिसंबर से शुरू हुए इस कार्यक्रम में अब तक 6 दल आ चुके हैं. छठवें दल ने काशी आकर श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन किया. तमिलनाडु से आए मेहमान हनुमान घाट स्थित सुब्रह्मण्यम भारती के घर भी गए, जहां पर उन लोगों ने उनके परिजनों से मुलाकात की.
बाबा विश्वनाथ के दर्शन को पहुंचे तमिल समुदाय के लोग.
बता दें कि वाराणसी में काशी-तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है. 17 दिसंबर को वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया था. पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में लगातार दूसरी बार इस संगमम का आयोजन कर रहे हैं. इससे पहले भी उन्होंने काशी-तमिल संगमम का आयोजन किया था, जहां तमिलनाडु से मेहमान आए थे. इस आयोजन में काशी और तमिल की संस्कृति और वहां के रहन-सहन को जानने-समझने का भी मौका मिल रहा है. अब तक तमिलनाडु से 6 दलों में मेहमान आ चुके हैं, जो काशी भ्रमण कर रहे हैं.
काशी में दर्शन को पहुंचे तमिल समुदाय के लोग. काशी विश्वनाथ धाम में की पूजा-अर्चना बता दें कि छठे दल ने वाराणसी आने के बाद काशी विश्वनाथ धाम, मां अन्नपूर्णा एवं सारनाथ का भ्रमण किया. छठवां दल लेखकों के समूह का है. इस ग्रुप को सिन्धु नाम दिया गया है. इस दल ने आज सुबह हनुमान घाट पर गंगा स्नान किया. इसके बाद सभी ने घाट पर स्थित प्राचीन मंदिरों में दर्शन-पूजन किया. इस दौरान वहां मौजूद आचार्यों ने सभी को घाट पर स्थित मंदिरों के इतिहास के बारे में जानकारी दी. साथ ही सभी ने सुब्रह्मण्यम भारती के घर के पास पुस्तकालय का भी भ्रमण किया.कांची कामकोटि मठ पहुंचा छठा दल छठवें दल में पहुंचे तमिल मेहमान हनुमान घाट स्थित सुब्रह्मण्यम भारती के घर भी गए, जहां पर उन लोगों ने सुब्रमण्यम भारती के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. यहां आकर लेखकों के समूह ने काफी कुछ जानकारी जुटाई है. इसके बाद वहां से छठवां दल कांची कामकोटि मठ पहुंचा, जहां वेंकट रमण घनपाठी ने मठ के इतिहास के बारे में उन्हें जानकारी दी. इसके साथ ही काशी पहुंचे दल के लोगों में मंदिर भ्रमण को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला.बाबा काल भैरव के किए दर्शन तमिल डेलिगेट्स का दल बाबा काल भैरव मंदिर पहुंचा, जहां सभी ने बाबा काल भैरव का आशीर्वाद लिया. पुजारी ने सभी मेहमानों को काल भैरव मंदिर की मान्यता और वहां के इतिहास के बारे में बताया गया. ये दल नमो घाट पर अयोजित कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. बता दें कि IRCTC के माध्यम से तमिल मेहमानों को काशी, प्रयागराज और अयोध्या का भ्रमण कराया जा रहा है. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तमिलनाडु और पुडुचेरी के लगभग 1500 लोगों को सात समूहों में बांटा गया है. ये सभी समूह प्रयागराज और अयोध्या का भी भ्रमण करेंगे.