बड़ी संख्या में पर्यटक रोज पहुंच रहे स्वर्वेद महामंदिर धाम वाराणसी:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां पहुंचते हैं. वहां भीड़ खुद ब खुद जुटने लगती है. चाहे काशी विश्वनाथ धाम हो चाहे फिर केदारनाथ मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर हो या फिर कोई और जगह, जहां पर प्रधानमंत्री जाते हैं वह भी खुद लोगों से उन जगहों पर पहुंचने की अपील करते हैं, ताकि पर्यटकों की संख्या बढ़े और लोगों को भी नई-नई जगह घूमने का मौका मिले. यही वजह है कि बनारस का स्वर्वेद मंदिर (Swarana Ved Temple in Varanasi became tourist spot) इन दिनों काफी चर्चा में है.
स्वर्वेद महामंदिर धाम की खूबसूरती अपने आप में अद्भुत है 18 दिसंबर को पीएम मोदी ने इस स्वर्वेद महामंदिर धाम का इनॉग्रेशन किया. 7 मंजिला इस अद्भुत मंदिर में 20000 से ज्यादा लोगों के एक साथ मेडिटेशन करने की क्षमता है और मंदिर की खूबसूरती अपने आप में अद्भुत है. जिसकी वजह से नए साल के मौके पर इस मंदिर के प्रांगण में जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है. यूं कहे मंदिर बनने के साथ सुपरहिट है और पिकनिक स्पॉट का एक नया सेंटर भी बनारस में बन गया है.
स्वर्वेद महामंदिर धाम की खूबसूरती अपने आप में अद्भुत है दरअसल वाराणसी के चौबेपुर स्थित उमरहा में हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर धाम का इनॉग्रेशन किया. फर्स्ट फ्लोर के इस मंदिर को अद्भुत तरीके से तैयार करने में 19 साल का वक्त लगा है. सबसे बड़ी बात यह है कि 19 साल के वक्त में अब तक 100 करोड़ से ज्यादा खर्च हो चुके हैं, जबकि बजट सिर्फ 35 करोड़ रुपये का था. 2004 में जब इस मंदिर की नींव रखी गई. तब से इस मंदिर के बजट में भी जबरदस्त बढ़ोतरी होती गई अभी भी मंदिर का फर्स्ट फ्लोर बनकर तैयार है, लेकिन बाकी फ्लोर का काम तेजी से जारी है मंदिर की अद्भुत नक्काशी मंदिर के ऊपर बनाई गई अद्भुत छत और कमल पुष्प के अद्भुत बड़े-बड़े आकार इस मंदिर को और से बिल्कुल अलग बनाते हैं.
स्वर्वेद महामंदिर धाम में रोज जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है 3 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में मकराना संगमरमर से तैयार होने वाले इस मंदिर को नक्काशीदार गुलाबी सेंडस्टोन के साथ तैयार किया जा रहा है. जिसमें काम अभी भी जारी है. सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान की ओर से इस मंदिर को तैयार किया गया है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी महर्षि सदाफल देव जी महाराज और सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संत समाज से संबंधित इस मंदिर को बड़े ही अद्भुत तरीके से बनाने में 10000 से ज्यादा मजदूरों की मेहनत भी लगी है. दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर के रूप में इसे बनाया गया है. 3137 स्वर्वेद के दोहे यहां पर लिखे गए हैं और यह मंदिर अपने आप में अनूठा है अद्भुत है और देखने में भी बिल्कुल अलग है.
यही वजह है कि नए साल के मौके पर लोग अपनी छुट्टियां मनाने यहां पर पहुंच रहे हैं. मंदिर में हर रोज 10 से 15000 की भीड़ जुट रही है सुबह से शाम तक लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है. मंदिर के मैनेजर इंदु प्रकाश मिश्रा का कहना है कि यह मंदिर अपनी बनावट की वजह से चर्चा में है 19 सालों से इस मंदिर को बनाने का काम चल रहा है और अभी भी इस मंदिर में फिनिशिंग का काम फर्स्ट फ्लोर पर जारी है. मंदिर में सदाफल महाराज की एक बड़ी सी प्रतिमा है और हर फ्लोर पर गुरु जनों की प्रतिमा ही स्थापित की जाएगी. किसी देवी देवता की प्रतिमा यहां पर नहीं होगी यह सभी जानकारी होने के बाद भी लोगों की जबरदस्त भीड़ इस मंदिर की सुंदरता को देखने के लिए आना बहुत बड़ी बात है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी लोगों से इस मंदिर में पहुंचने की अपील की थी. जिसके बाद लोग जबरदस्त तरीके से यहां पर पहुंचने का काम कर रहे हैं लोगों का भी कहना है कि प्रधानमंत्री की अपील के बाद हम एक बार जरूर इस मंदिर को देखने जाना चाहते थे और छुट्टी मिली तो पहुंच गए देखते अद्भुत है. यह मंदिर और इसकी नक्काशी और इस कलाकृतियां फिलहाल सर्वे वेद मंदिर वाराणसी में एक नया पिकनिक स्पॉट बनकर उभर रहा है और लोगों की जबरदस्त भीड़ के बीच यह सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है.
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