वाराणसीः सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्र और विश्वविद्यालय प्रशासन का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. संगीत एवं मंच कला संकाय में संस्कृत के प्रोफेसर का पद समाप्त होने से छात्रों में आक्रोश है. वहीं दूसरी तरफ सीएचएस बॉयज स्कूल, सीएचएस गर्ल्स स्कूल और रणवीर संस्कृत विद्यालय में लॉटरी सिस्टम से प्रवेश कराए जाने पर छात्रों में आक्रोश है.
सेंट्रल हिंदू बॉयज स्कूल में क्लास 6th और क्लास 9th की प्रवेश प्रक्रिया लॉटरी के माध्यम से की जा रही है. इसका छात्र शुरू से ट्विटर के माध्यम से और कुलपति को लिखित शिकायत कर विरोध दर्ज करा रहे हैं. अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई.
वहीं क्लास 11th की प्रवेश प्रक्रिया मेरिट लिस्ट पर की जा रही है. ऐसे में सीबीएसई बोर्ड वाले छात्रों को प्रवेश आसानी से मिल जाएगा, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश बोर्ड के छात्रों को नंबर कम होने की वजह से प्रवेश मिलने में काफी दिक्कत होगी. इसी समस्या को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.
ऐसा वैश्विक महामारी का हवाला देकर किया जा रहा है. छात्रों का कहना है जब विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा की जा सकती है तो यहां क्यों नहीं हो सकती. इससे पहले छात्रों को इंट्रेंस के माध्यम से प्रवेश मिलता था. छात्रों का कहना है कि दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर होना चाहिए. लॉटरी माध्यम से केवल सेटिंग वाले ही छात्रों को प्रवेश मिलेगा.
छात्र अभिषेक सिंह ने बताया कि सीएचएस बॉयज और गर्ल्स दोनों में प्रवेश प्रक्रिया लॉटरी के माध्यम से की जा रही है. यह पूरी तरह गलत है. क्योंकि इस लॉटरी सिस्टम में गरीब और किसान का बेटा एडमिशन नहीं ले पाएगा. इसलिए हम चाहते हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन इसे खत्म करके प्रवेश एंट्रेंस परीक्षा के माध्यम पूरी कराए. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी हम सेंट्रल ऑफिस के गेट पर बैठे रहेंगे.