वाराणसी:काशी को मंदिरों का शहर कहा जाता है और मंदिरों के शहर में यदि मंदिर से अचानक भगवान गायब हो जाए तो? निश्चित तौर पर यह हर किसी को थोड़ा परेशान जरूर कर देगा. आज वाराणसी के मणिकर्णिका घाट ( Manikarnika Ghat Varanasi) स्थित एक प्राचीन काली मंदिर (kali temple varanasi) में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया. यहां नियमित रूप से दर्शन करने वाले लोग जब मंदिर में माता का दर्शन करने पहुंचे, तो वहां प्रतिमा थी ही नहीं. इसे लेकर लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिला. बाद में इस प्रकरण में यह जानकारी हुई कि मंदिर में मौजूद प्रतिमा को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) निर्माण के दौरान वहां से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है.
दरअसल मणिकर्णिका घाट पर सतुआ बाबा आश्रम के ठीक सामने प्राचीन आनंदमई मां काली का मंदिर है. यहां पर माता काली की भव्य प्रतिमा की आराधना कई सौ सालों से की जा रही है. यह प्राचीन मंदिर यहां के लोगों के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है, लेकिन आज सुबह जब यहां पर दर्शन पूजन करने वाले लोग नियमित तरीके से आने लगे तो माता की प्रतिमा गायब दिखी.
स्थानीय लोगों से बातचीत करने पर उनका कहना था कि माता की प्रतिमा कहां गई, कौन ले गया, किसी को नहीं पता है. इतना ही नहीं माता के मंदिर के बाहर बैठकर ध्यान और आराधना करने वाले कई संत भी काफी आहत है. वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना था कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम चल रहा है और यह प्रतिमा कॉरिडोर के लोगों के द्वारा ही हटाई गई है, लेकिन इसकी सूचना अभी तक किसी को नहीं दी गई. यह धर्म से खिलवाड़ किया जा रहा है.