वाराणसी: वाराणसी नगर निगम (Varanasi Municipal Corporation) में महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कार्यकारिणी कक्ष में सोमवार को 8 घंटे तक मैराथन बैठक हुई. इसमें पिछली कार्यकारिणी 14 एवं 17 जुलाई में लिये गये निर्णय पर नगर निगम प्रशासन द्वारा की गयी कार्यवाही की समीक्षा की गयी. इसमें निर्णय लिया गया कि प्रत्येक जोन में अलग-अलग सफाई की संस्थायें काम करेगी. जिससे सफाई को लेकर आपस में प्रतिस्पर्धा बनी रहेगी. कार्यकारिणी समिति में महापौर द्वारा निर्णय लिया गया कि प्रत्येक सफाईकर्मी जीपीएस से लैस रहेगें तथा प्रत्येक भवनों पर बारकोड (Bar codes will be installed outside house in Varanasi) लगाया जायेगा. जिससे यदि सफाईकर्मी किसी के दरवाजे पर नही जाते हैं तो तत्काल नगर निगम के कन्ट्रोल रूम में इसकी सूचना प्राप्त हो जायेगी तथा सफाईकर्मी की उपस्थिति प्रमाणित होगी.
सोमवार को हुई की बैठक में मुख्य कर निर्धारण कुमार असीम रंजन द्वारा गृहकर के सम्बन्ध में समुचित उत्तर न देने तथा जानकारी न होने के कारण महापौर द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गयी तथा उन्हे तत्काल कार्यकारिणी कक्ष से बाहर कर दिया गया. नगर निगम की दुकानों के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी, जिसमें चर्चा की गयी कि दुकानों का दर वर्तमान में अत्यधिक कम है, यदि सभी दुकानों का सर्किल दर के आधार पर निर्धारण किया जाता है तो नगर निगम को रुपये 15 करोड़ की आय होगी. बाजार दर से निर्णय लिया जाता है तो नगर निगम को रुपये 29 करोड़ की आय होगी. दुकानों के किराया के सम्बन्ध में महापौर ने इस सम्बन्ध में कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ चर्चा कर निर्णय लिया जायेगा.
वहीं पिछली कार्यकारिणी 14 एवं 17 जुलाई में लिये गये निर्णय पर जिन विभागों के द्वारा कार्यवाही नही की गयी है, कार्यकारिणी समिति द्वारा जवाबदेही निर्धारित की गयी. बैठक में महापौर ने कहा कि माह में तीन कार्यकारिणी और एक सदन की बैठक अनिवार्य रूप से की जायेगी. जिससे जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा नगर की मूल समस्याओं के निस्तारण हेतु जवाबदेह बनाया जा सके. महाप्रबन्धक, जलकल से जलकर व सीवरकर की वसूली के सम्बन्ध में जानकारी चाही गयी, महाप्रबन्धक द्वारा अवगत कराया गया कि विगत अगस्त माह में जलकल विभाग के द्वारा रुपये 21 करोड़ की वसूली की गयी है, जो अब तक का इस अवधि में सर्वाधिक वसूली है.